Sheikh Hasina: बांग्लादेश की पूर्व पीएम शेख हसीना फिलहाल भारत में हैं. तख्तापलट के बाद उन्होंने अपना देश छोड़ दिया है. भारत में हिंडन एयरपोर्ट पर उतरने के बाद उन्हें सेफ हाउस में ठहराया गया है. खबर है कि वो 48 घंटों में भारत छोड़ सकती हैं. हालांकि उनकी आगे की योजना ब्रिटेन में रहने की थी. लेकिन फिलहाल ब्रिटिश सरकार से बातचीत फाइनल नहीं हो सकी है. ब्रिटेन ने कहा कि आव्रजन (Immigration) नियम के कारण किसी को शरण या अस्थायी शरण लेने के लिए ब्रिटेन की यात्रा करने की अनुमति देने का कोई प्रावधान नहीं है.
कहां जा सकती हैं शेख हसीना
ब्रिटेन जाने की अटकलों पर विराम लगने के बाद सवाल उठ रहा है कि अब शेख हसीना कहां जाएंगी. अनुमान है कि वो यूरोप के किसी देश में जा सकती है. इसके अलावा उनके रूस जाने की भी बात सामने आ रही है. हालांकि और भी कई देशों से बात चल रही है. बता दें, बांग्लादेश में हिंसा और आगजनी के बाद शेख हसीना अपने देश से भागकर भारत आ गई थी. भारत ने उन्हें आपातकाल में आश्रय और सुरक्षा दोनों दिया है. वहीं कई रणनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि फिलहाल स्थिति ब्रिटेन के लिए पेचीदा बनी हुई है. हालांकि ब्रिटेन का रिकॉर्ड रहा है कि उसने शेख हसीना के पिता शेख मुजीबुर रहमान को बांग्लादेश मुक्ति संग्राम के बाद जनवरी 1972 में पाकिस्तानी जेल से रिहा होने पर शरण देने की पेशकश की थी.
ब्रिटेन ने की जांच की मांग
वहीं, ब्रिटेन सरकार ने बांग्लादेश में हुई हिंसक घटनाओं की संयुक्त राष्ट्र के नेतृत्व में जांच कराये जाने की मांग की है. विदेश मंत्री डेविड लैमी ने सोमवार को एक बयान जारी कर बांग्लादेश में बीते दो हफ्तों में हुई अभूतपूर्व हिंसा और जनहानि की निंदा की तथा कहा कि ब्रिटेन बांग्लादेश के लोकतांत्रिक भविष्य के लिए कदम उठाये जाते देखना चाहता है. ब्रिटेन के विदेश मंत्री ने कहा कि सभी पक्षों को अब हिंसा को खत्म करने, शांति बहाल करने, तनाव घटाने और जनहानि को रोकने के लिए साथ मिलकर काम करने की जरूरत है. बांग्लादेश के लोग पिछले कुछ हफ्तों की घटनाओं की संयुक्त राष्ट्र के नेतृत्व में पूर्ण और स्वतंत्र जांच के हकदार हैं.
भारत ने दिया है मदद का भरोसा
इधर, भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मंगलवार को सर्वदलीय बैठक में कहा कि बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना अभी सदमे में हैं और भारत ने उन्हें मदद का भरोसा दिया है. सूत्रों ने बताया कि सर्वदलीय बैठक में जयशंकर ने कहा कि हसीना को भारत आए अभी चौबीस घंटे भी नहीं बीते हैं और वह सदमे में हैं. विदेश मंत्री ने कहा कि सरकार हसीना को सदमे से उबरने के लिए समय दे रही है और इसके बाद वह उनकी आगे की रणनीति सहित अन्य मुद्दों पर उनसे बात करेगी.
बांग्लादेश में जारी है हिंसा का दौर
बांग्लादेश में शेख हसीना के इस्तीफा देने और ढाका से भाग जाने के बाद भी प्रदर्शनकारी हिंसा पर उतारु हैं. पूरे देश में तोड़-फोड़ और आगजनी हो रही है. हसीना के ढाका छोड़ने के बाद 100 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. बांग्लादेश में आरक्षण खत्म करने की मांग को लेकर उपजा आक्रोश भयानक आंदोलन में बदल गया. शासन का तख्तापलट कर दिया गया. पीएम पद से शेख हसीना को इस्तीफा देकर देश छोड़कर भागना पड़ा. भाषा इनपुट से साभार
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