शादी से पहले लड़का-लड़की के गुण मिलाए जाते हैं.गुण मीलान केबाद ही शादी होती है.
Wedding Rituals : हिन्दू धर्म में शादी के दौरान दो लोगों का मिलन नहीं, बल्कि दो परिवारों का मिलन होता है, इसलिए लड़का और लड़की दोनों के परिवार वाले विवाह से पहले युवक और युवती का गुण मिलान कराते हैं. इससे लड़का और लड़की के भविष्य में आने वाली परेशानियों के संकेत मिलते हैं. दरअसल, गुणों का मिलान नाम और जन्मतिथि यानी कि कुंडली के आधार पर होता है. इसके लिए कुछ निश्चित गुण शुभ माने जाते हैं.
जब किसी लड़का या लड़की की शादी पक्की करनी होती है तो इससे पहले उनके गुण मिलान ही उनकी शादी की तारीख पक्की करते हैं. आइए जानते हैं भोपाल निवासी ज्योतिष आचार्य पंडित योगेश चौरे से कितने गुण मिलना शुभ माने जाते हैं और कम से कम कितने गुण मिलना जरूर होता है.
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कितने गुण मिलना होता है शुभ?
विवाह से पहले लड़का और लड़की की कुंडली मिलाई जाती है और इसी से मांगलिक दोष, नाड़ी दोष और गुण दोषों का पता लगाया जाता है. पंडित जी के अनुसार कुंडली में कुल 36 गुण होते हैं, लेकिन ऐसा नहीं है कि किसी के 36 के 36 गुण मिलें तो शुभ होगा. इसके लिए भी निश्चित अंक निर्धारित हैं, जिसके अनुसार लड़का-लड़की के 32-36 तक गुण का मिलना सर्वश्रेष्ठ माना गया है.
विवाह के लिए कम से कम कितने गुण जरूरी?
जब भी किसी लड़का या लड़की के विवाह से पहले उसका गुण मिलान किया जाता है तो इसके लिए जरूर नहीं 32-36 गुणांक आने पर ही विवाह शुभ हो. इसके लिए कम से कम अंक भी निर्धारित हैं. पंडित जी के अनुसार यदि लड़का-लड़की के 18 से कम गुण मिल रहे हैं, तो उन्हें भविष्य में दांपत्य जीवन की परेशानियों से जूझना पड़ सकता है.
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वहीं यदि किसी लड़के या लड़की की कुंडली के 1, 4, 7, 8, और 12 भाव में मंगल की दशा होती है या फिर महादशा होती है तो ऐसी स्थिति में उसी के अनुसार कुंडली मिलान किया जाना जरूर है. इसके बाद ही विवाह का मुहूर्त निकलवाया जा सकता है क्योंकि यही शुभ माना गया है.
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FIRST PUBLISHED : November 30, 2024, 09:36 IST