Vinayaka Chaturthi 2024: वैशाख माह का विनायक चतुर्थी व्रत शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को रखते हैं. इस बार की विनायक चतुर्थी आज 11 मई शनिवार के दिन है. इस दिन व्रत रखकर विघ्नहर्ता श्री गणेश जी की पूजा करते हैं. इस व्रत को करने से गणेश जी भक्तों के दुखों को दूर करते हैं, उनके जीवन में शुभता लाते हैं और मनोकामनाएं पूरी करते हैं. विनायक चतुर्थी का व्रत हर माह में एक बार ही आती है. कृष्ण पक्ष में चतुर्थी तिथि को संकष्टी चतुर्थी का व्रत होता है. केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय पुरी के ज्योतिषाचार्य डॉ. गणेश मिश्र से जानते हैं विनायक चतुर्थी व्रत के पूजा मुहूर्त, रवि योग के बारे में.
विनायक चतुर्थी 2024 मुहूर्त
वैदिक पंचांग के अनुसार, वैशाख शुक्ल चतुर्थी तिथि 11 मई दिन शनिवार को 02:50 एएम से प्रारंभ होगी और यह 12 मई रविवार को 02:03 एएम पर समाप्त होगी. विनायक चतुर्थी व्रत के लिए उदयातिथि की मान्यता है. ऐसे में विनायक चतुर्थी व्रत आज 11 मई को है.
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विनायक चतुर्थी 2024 पूजा समय
वैशाख विनायक चतुर्थी की पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 10 बजकर 57 मिनट से लेकर दोपहर 01 बजकर 39 मिनट तक है. इस शुभ समय में आपको गणेश जी की पूजा करनी चाहिए.
रवि योग में है विनायक चतुर्थी व्रत
विनायक चतुर्थी के दिन रवि योग, सुकर्मा और मृगशिरा नक्षत्र है. उस दिन रवि योग सुबह 05 बजकर 33 मिनट से 07 बजकर 13 मिनट तक है, उसके बाद सुबह 10 बजकर 15 मिनट से अलगे दिन 12 मई को सुबह 05 बजकर 32 मिनट तक है.
इसके अलावा सुकर्मा योग प्रात:काल से लेकर सुबह 10 बजकर 03 मिनट तक है. उसके बाद से धृति योग है. वहीं मृगशिरा नक्षत्र प्रात:काल से लेकर सुबह 10 बजकर 15 मिनट तक है. फिर आर्द्रा नक्षत्र है.
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विनायक चतुर्थी 2024 चंद्रोदय समय और भद्रा
विनायक चतुर्थी के दिन चंद्रदोय 07:53 एएम पर होगा, वहीं चन्द्रास्त 10:45 पीएम पर होगा. उस दिन स्वर्ग की भद्रा है. जो दोपहर 02 बजकर 21 मिनट से 12 मई को 02:03 एएम तक है.
विनायक चतुर्थी पर न करें ये गलती
विनायक चतुर्थी के दिन चंद्रमा का दर्शन नहीं करना चाहिए. चंद्र दर्शन करने से दोष लगता है. विनायक चतुर्थी पर चंद्रोदय सुबह में हो जाता है, इसलिए व्रती को सुबह मुहूर्त में पूजा पाठ संपन्न कर लेना चाहिए.
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FIRST PUBLISHED : May 11, 2024, 07:45 IST