आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को विनायक चतुर्थी का व्रत रखा जाता है. इस दिन व्रत रखकर विघ्नहर्ता श्री गणेश जी की पूजा करते हैं. इस व्रत में चंद्रमा की पूजा करना वर्जित है और उसका दर्शन करना भी मना है. विनायक चतुर्थी के दिन गणपति बप्पा के मंत्रों का जाप करने से मनोकामनाएं सिद्ध हो सकती हैं. आषाढ़ की विनायक चतुर्थी जुलाई की भी विनायक चतुर्थी होगी. केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय पुरी के ज्योतिषाचार्य डॉ. गणेश मिश्र से जानते हैं कि विनायक चतुर्थी कब है और पूजा का शुभ मुहूर्त क्या है?
किस दिन है विनायक चतुर्थी 2024?
वैदिक पंचांग के अनुसार, इस साल आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि की शुरुआत 9 जुलाई मंगलवार को सुबह 6 बजकर 08 मिनट से होगी. इस तिथि की समाप्ति 10 जुलाई बुधवार को सुबह 7 बजकर 51 मिनट पर होगी. पूजा मुहूर्त के आधार पर विनायक चतुर्थी व्रत 9 जुलाई को रखा जाएगा.
विनायक चतुर्थी 2024 मुहूर्त
जो लोग 9 जुलाई को विनायक चतुर्थी का व्रत रखेंगे, वे गणेश जी की पूजा दिन में 11 बजकर 3 मिनट से शुरू कर सकते हैं. विनायक चतुर्थी पूजा का शुभ मुहूर्त 11:03 ए एम से दोपहर 01:50 पी एम तक है.
ये भी पढ़ें: दिवाली के लिए करनी है ट्रेन की टिकट बुक? जान लें इस साल कब है धनतेरस, दीपावली और छठ पूजा
3 शुभ योग में है आषाढ़ विनायक चतुर्थी
विनायक चतुर्थी व्रत के दिन 3 शुभ योगों का निर्माण हो रहा है. उस दिन रवि योग, सिद्धि योग और सर्वार्थ सिद्धि योग बनेंगे. विनायक चतुर्थी पर रवि योग सुबह 7 बजकर 52 मिनट से अगले दिन 10 जुलाई को सुबह 5 बजकर 31 मिनट तक है.
वहीं सर्वार्थ सिद्धि योग प्रात: 5 बजकर 30 मिनट से सुबह 7 बजकर 52 मिनट तक है. अश्लेषा नक्षत्र व्रत के सुबह 7 बजकर 52 मिनट तक है. उसके बाद से मघा नक्षत्र होगा.
विनायक चतुर्थी की शाम लगेगी भद्रा
आषाढ़ माह के विनायक चतुर्थी के दिन भद्रा का भी साया रहेगा, लेकिन यह शाम के समय में है. इस भद्रा का साया पृथ्वी लोक में है. भद्रा का समय शाम 6 बजकर 56 मिनट से अगले दिन 10 जुलाई को सुबह 5 बजकर 31 मिनट तक है.
ये भी पढ़ें: 7 जुलाई को होगा कर्क में शुक्र गोचर, इन 5 राशिवालों की राजाओं जैसी होगी लाइफ, मौज में कटेंगे दिन!
विनायक चतुर्थी पर न देखें चंद्रमा
9 जुलाई को विनायक चतुर्थी के दिन चंद्रोदय सुबह में 08:25 ए एम पर होगा और चंद्रास्त का समय रात 09:58 पी एम पर है. इस दिन चंद्रमा का दर्शन करना वर्जित है क्योंकि चंद्रमा को देखने से झूठा कलंक लगता है.
Tags: Astrology, Dharma Aastha, Lord ganapati
FIRST PUBLISHED : July 5, 2024, 12:14 IST