घर में बाथरूम का दरवाजा हमेशा उत्तर-पश्चिम दिशा में होना चाहिए. इससे आपके घर में नकारात्मकता का संचार कम होता है.
Vastu Tips For Bathroom Gate : हिन्दू धर्म में वास्तु शास्त्र का बड़ा ही महत्व बताया गया है. घर बनाना हो या घर के अंदर कोई चीज रखनी हो, हर एक के लिए एक विशेष दिशा निर्धारित है. हर चीज के लिए विशेष उपाय बताए गए हैं. इन्हीं में से एक है बाथरूम का दरवाजा. साधारण सा समझा जाने वाला यह दरवाजा कई मुसीबतों की जड़ बन सकता है, इसलिए बाथरूम या टॉयलेट से जुड़े वास्तु नियमों को जानना बहुत जरूरी है. वास्तु शास्त्र के अनुसार, बाथरूम का दरवाजा सही दिशा में होना चाहिए. ऐसा नहीं होने पर आपके घर में नकारात्मकता आती है. वहीं यह दरवाज़ा सही दिशा में हो तो सकारात्मकता भी आती है. आइए जानते हैं वास्तु शास्त्र के कुछ नियम भोपाल निवासी ज्योतिषी एवं वास्तु सलाहकार पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा से.
इस दिशा में हो बाथरूम का दरवाजा
– घर में बाथरूम का दरवाजा हमेशा उत्तर-पश्चिम दिशा में होना चाहिए. वास्तु शास्त्र के अनुसार, इससे आपके घर में नकारात्मकता का संचार कम होता है और पॉजीटिव एनर्जी बढ़ती है. यहां एक और ध्यान देने वाली बात यह कि यदि बाथरूम उत्तर दिशा में है तो दरवाजा इस तरह से लगवाएं जहां उसे अंदर से खोलने पर सामने की ओर मुंह करने पर पश्चिम दिशा नजर आए.
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– कभी भी घर में भूलकर भी बाथरूम दक्षिण, दक्षिण-पश्चिम या दक्षिण पूर्व दिशा में नहीं बनवाना चाहिए. वहीं यदि बाथरूम उत्तर-पश्चिम दिशा में है और दरवाजा अंदर की ओर से खोलने पर सामने दक्षिण-पूर्व दिशा नजर आती है तो यह शुभ माना जाता है. इससे आपके घर में मौजूद दोष खत्म होते हैं.
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– यदि घर में बाथरूम का दरवाजा उत्तर दिशा में खुलता है या फिर पूर्व दिशा में खुलता है तो आपको चिंता करने की कोई बात नहीं है. बाथरूम का दरवाजा चाहे किसी भी दिशा में खुले, इसका कोई भी बुरा प्रभाव घर पर नहीं पड़ने वाला. लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि दरवाजा टूटा हुआ ना हो.
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FIRST PUBLISHED : July 9, 2024, 16:31 IST