रांची. हर घर में पीने के पानी को एकत्र करने के लिए कोई न कोई बड़ा बर्तन या फिल्टर जरूर रखा होता है. लोग घर में RO भी लगवाए होते हैं. कहीं पर घड़ा भी रखा होता है, यानी पानी के लिए घर में एक जगह सुनिश्चित की जाती है, जहां से लोग पानी लेकर पीते हैं. लेकिन कई बार पानी के पात्र को रखने की जगह के बारे में जानकारी न होने पर हम गलत स्थन पर पात्र या RO लगा देते हैं, जिससे वास्तु बिगड़ जाता है.
झारखंड की राजधानी रांची के ज्योतिषाचार्य संतोष कुमार चौबे (ज्योतिष शास्त्र में रांची यूनिवर्सिटी से गोल्ड मेडलिस्ट) ने Local 18 को बताया कि घर में पीने के पानी को रखने की जगह काफी महत्वपूर्ण है. कई बार लोग यूं ही कहीं पात्र या RO को लगा देते हैं, जो काफी गलत है. क्योंकि, अगर गलत दिशा में पानी रखा गया तो घर के लोगों का स्वास्थ्य पर बहुत ही बुरा प्रभाव पड़ता है, इससे धन हानि भी होती है.
ये जगह सबसे उत्तम
पानी को रखने की घर में सबसे उत्तम जगह ईशान कोण है. जी हां, ईशान कोण उत्तर-पूर्व के कोने को कहते हैं. इस जगह को सबसे पवित्र माना जाता है. यह जगह जल तत्व की मानी गई है. यही कारण है कि जब यहां पानी रखते हैं तो यहां पर वह पानी का वाइब्रेशन और भी मजबूत होता है. उसकी पवित्रता बढ़ती है और वह शुद्ध भी हो जाता है. यहां रखे पापी को पीने से स्वास्थ्य उत्तम रहता है और घर में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है. वास्तु के अनुसार, ईशान कोण में पानी रखने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और धन लाभ होता है.
इस दिशा में भूलकर भी ना रखें
वहीं, पानी को भूलकर भी अग्नेय कोण में न रखें. यह पूर्व और दक्षिण दिशा का कोना होता है. दरअसल, यह जो दिशा होती है वह अग्नि तत्व को प्रदर्शित करती है. यही कारण है कि जब यहां पर आप पानी रखते हैं तो जल तत्व और अग्नि तत्व में संघर्ष की स्थिति बन जाती है और इससे नकारात्मक परिणाम देखने को मिलते हैं. स्वास्थ्य पर तो बुरा असर पड़ता ही है, घर में धन हानि भी शुरू हो जाती है.
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FIRST PUBLISHED : August 5, 2024, 09:17 IST
Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Local-18 व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.