UPI: आज के डिजिटल जमाने में ऑनलाइन ट्रांजैक्शन काफी तेजी से बढ़ा है. खासकर, मोबाइल ऐप के जरिए फटाफट पेमेंट सिस्टम के आने से ऑनलाइन ट्रांजैक्शन में तेजी आई है. इसी डिजिटल अर्थव्यवस्था के विकास में यूपीआई यानी यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. यूपीआई के माध्यम से ऑनलाइन पेमेंट करना बेहद आसान हो गया है. इसी का नतीजा है कि जुलाई के महीने में ऑनलाइन ट्रांजैक्शन के मामले में यूपीआई ने रिकॉर्ड कायम किया है. खबर है कि जुलाई महीने के दौरान यूपीआई के माध्यम से करीब 1,444 करोड़ लेनदेन किया गया. इसके लिए करीब 20640000000000 या 20 नील 64 खरब या फिर 20.64 लाख करोड़ रुपये का ट्रांजैक्शन किया गया है.
जून से लगातार तीसरे महीने 20 लाख करोड़ से अधिक ट्रांजैक्शन
नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) की ओर से जारी किए गए आंकड़ों में जून 2024 के दौरान यूपीआई के जरिए 20.07 लाख करोड़ रुपये का लेनदेन किया गया था. इससे पहले, मई 2024 में यूपीआई के जरिए 20.44 लाख करोड़ रुपये तक रकम ट्रांसफर की गई. इस प्रकार देखेंगे, तो यह लगातार तीसरा महीना है, जब जुलाई 2024 में यूपीआई के माध्यम से 20 लाख करोड़ रुपये से अधिक रकम का लेनदेन किया गया.
यूपीआई ट्रांजैक्शन संख्या में 45 फीसदी बढ़ोतरी
एनपीसीआई के आंकड़ों में बताया गया है कि सालाना आधार पर जुलाई 2023 में यूपीआई के माध्यम से करीब 9,964 करोड़ ट्रांजैक्शन किए गए थे, जिसमें करीब 15.33 लाख करोड़ रुपये की राशि ट्रांसफर की गई थी. एनसीपीआई के आंकड़े में बताया गया है कि पिछले साल की तुलना में इस साल यूपीआई ट्रांजैक्शन संख्या में 45 फीसदी और रकम ट्रांसफर करने के मामले में 35 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है.
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यूपीआई क्या है?
यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस को संक्षेप में यूपीआई कहा जाता है. भारत में इसे एनपीसीआई की ओर संचालित किया जाता है. यह मोबाइल फोन के जरिए एक वर्चुअल पेमेंट सर्विस है. इसके माध्यम से कोई भी व्यक्ति बिना किसी बैंक खाते और नंबर के सिर्फ क्यूआर के आधार पर एक बैंक खाते से दूसरे खाते में पैसा ट्रांसफर कर सकता है.
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