Tomato Price: भारत की राजधानी दिल्ली समेत देश के दूसरे हिस्सों में भी टमाटर के दाम (Tomato Price) घटने वाले हैं. इस समय बारिश में सप्लाई बाधित होने की वजह से इसकी कीमतें आसमान पर चढ़ गई हैं, जिससे आम आदमी की रसोई में वेज और नॉन-वेज की ग्रेवी को गाढ़ा करने वाली जरूरी सब्जी कम ही नजर आती है. खबर है कि दक्षिण भारत के दो राज्य आंध्र प्रदेश और कर्नाटक से टमाटर (Tomato) की खेप दिल्ली पहुंचने वाली है. सरकार को भरोसा है कि इन दोनों राज्यों से टमाटर की खेप आते ही दिल्ली समेत देश के दूसरे हिस्से में टमाटर के दाम घटने लगेंगे.
दिल्ली में Tomato 75 रुपये किलो
सरकार की ओर से पेश किए गए आंकड़ों के अनुसार, देश की राजधानी दिल्ली में इस मसय टमाटर की खुदरा कीमत 75 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गई है. एक सरकारी अधिकारी ने शनिवार को कहा कि दक्षिणी भारत के दो राज्य आंध्र प्रदेश और कर्नाटक से टमाटर की सप्लाई बढ़ने से आने वाले हफ्तों में इसकी कीमतों में नरमी आने की उम्मीद है. अधिकारी ने कहा कि सप्लाई में बाधा के कारण बढ़ीं टमाटर और प्याज की कीमतों के जल्द स्थिर होने की उम्मीद है.
Tomato की कीमतों में बढ़ोतरी क्यों आई?
समाचार एजेंसी पीटीआई की एक रिपोर्ट के अनुसार, उपभोक्ता मामले मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि दिल्ली और कुछ अन्य शहरों में टमाटर, आलू और प्याज की कीमतें बहुत अधिक बढ़ गई हैं. भीषण गर्मी और उसके बाद भारी बारिश की वजह से इन प्रमुख सब्जियों की सप्लाई प्रभावित हुई है, जिसके चलते इन सब्जियों की खुदरा कीमतों में उछाल आया. उन्होंने कहा कि दिल्ली में टमाटर की कीमत 75 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गई है, लेकिन अगर भारी बारिश से सप्लाई चेन बाधित नहीं होती है, तो इसमें कमी आ सकती है.
दिल्ली में बिक रहे हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के Tomato
मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, 12 जुलाई को दिल्ली में टमाटर का खुदरा मूल्य 75 रुपये प्रति किलोग्राम था, जबकि एक साल पहले की समान अवधि में मूल्य 150 रुपये प्रति किलोग्राम था. टमाटर का अखिल भारतीय औसत खुदरा मूल्य 12 जुलाई को 65.21 रुपये प्रति किलोग्राम रहा, जबकि पिछले साल यह 53.36 रुपये प्रति किलोग्राम था. इस समय दिल्ली में हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड से टमाटर की सप्लाई हो रही है.
आंध्र प्रदेश और कर्नाटक से आने वाले हैं Hybrid Tomato
मंत्रालय के अधिकारी ने कहा कि आंध्र प्रदेश और कर्नाटक से हाइब्रिड टमाटर दिल्ली में पहुंचने के साथ ही कीमतों में नरमी आने लगेगी. सरकार सब्सिडी वाले टमाटर की बिक्री को फिर से शुरू करने की योजना नहीं बना रही है. यह उपाय पिछले साल तब लागू किया गया था, जब कीमत 110 रुपये प्रति किलोग्राम से अधिक हो गई थी. अधिकारी ने भरोसा जताया कि आंध्र प्रदेश और कर्नाटक से आपूर्ति में सुधार होने पर एक से दो सप्ताह के भीतर कीमतें सामान्य हो जाएंगी.