T20 World Cup: भारतीय क्रिकेट टीम के बेहतरीन ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या ने चुनौतीपूर्ण दौर से उबरते हुए आईसीसी पुरुष टी20 विश्व कप में शानदार प्रदर्शन किया है. टूर्नामेंट से पहले के महीनों में “अनुचित” परिस्थितियों का सामना करने के बाद, पांड्या की दृढ़ता और आत्मविश्वास ने चमक बिखेरी और उन्होंने फाइनल में दक्षिण अफ्रीका पर भारत की रोमांचक जीत में अहम भूमिका निभाई.
T20 World Cup 2024 में Hardik Pandya का शानदार प्रदर्शन
पूरे टूर्नामेंट में पांड्या ने अपने बेहतरीन ऑलराउंड कौशल का प्रदर्शन किया, बल्ले से 144 रन बनाए और गेंदबाजी में 11 विकेट लिए. उनका सबसे बेहतरीन प्रदर्शन फाइनल में देखने को मिला, जहां 20 रन देकर तीन विकेट लेने के उनके आंकड़े ने भारत की सात रन की जीत में अहम भूमिका निभाई.
मैच के बाद एक भावुक साक्षात्कार में, पंड्या ने पिछले महीनों में जिन चुनौतियों का सामना किया था, उसके बावजूद अपनी क्षमताओं पर विश्वास व्यक्त किया. उन्होंने कहा, “यह बहुत भावनात्मक है, कुछ ठीक नहीं चल रहा था, लेकिन यह कुछ ऐसा था जो पूरा देश चाहता था.” पंड्या ने स्वीकार किया कि पिछले छह महीने “अनुचित” रहे हैं, लेकिन उन्हें विश्वास था कि उनके चमकने का समय आएगा.
हार्दिक पांड्या से रिपोर्टर ने पूछा कि जब लोग आपको बू कर रहे थे तब आपकी क्या मनोदशा थी, उन्होंने भावुक होकर जवाब दिया की “वो जो 6 महीने मेरे गए वो वापस आए, जब मुझे रोना भी था तब भी मैं नहीं रोया. जितने भी लोग खुश हो रहे थे मेरे डिफिकल्ट टाइम में मुझे उन्हें और खुशी नहीं देनी थी और देखिए भगवान ने मौका भी कैसा दिया, मुझे पता था कि अगर मैं कड़ी मेहनत करता रहा तो मैं चमक सकता हूं और इस तरह का अवसर मिलना इसे और भी खास बना देता है.
पूरे टूर्नामेंट में पंड्या की महनत स्पष्ट थी. टीम के दृष्टिकोण पर विचार करते हुए उन्होंने कहा, “हम हमेशा शांत रहे, दबाव को अपने ऊपर आने नहीं दिया.” दबाव में अच्छा खेल खेलने की उनकी क्षमता अंतिम ओवर में पूरी तरह से प्रदर्शित हुई, जहां उन्होंने ऐसी परिस्थितियों में अपने पिछले अनुभव का उपयोग करते हुए अपनी योजनाओं को सटीकता के साथ एक्सेक्यूट किया.
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भारतीय तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने टूर्नामेंट में अपनी सफलता का श्रेय स्पष्ट और कंपोज्ड मानसिकता को दिया. बुमराह ने कहा, “मैंने शांत रहने की कोशिश की. हम इसके लिए खेल खेलते हैं, मैं वाकई बहुत खुश हूं, मेरा बेटा यहां है, परिवार यहां है, हम इसके लिए वाकई कड़ी मेहनत कर रहे थे, इससे बेहतर कोई एहसास नहीं है.”
भारतीय टीम के एक अन्य प्रमुख खिलाड़ी अक्षर पटेल ने अपने देश के लिए महत्वपूर्ण प्रभाव डालने के बाद कहा “यह मेरे लिए बहुत मायने रखता है. जब मैं इस विश्व कप में आया, तो पिछले कुछ वर्षों से मैं चोटिल हो रहा था, अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पा रहा था. मैं भारत के लिए कुछ करना चाहता था. मुझे गर्व महसूस हो रहा है,” पटेल ने कहा. फाइनल में उनकी महत्वपूर्ण 47 रन की पारी ने मौके पर उनके परफॉर्म की उनकी क्षमता को दर्शाया.