surbhi jyoti छोटे परदे के लोकप्रिय चेहरों में शुमार हैं. इनदिनों डिज्नी प्लस हॉटस्टार के शो गुनाह में नजर आ रही हैं. उनके निभाए गए किरदारों में से वह इस शो की तारा के किरदार को बहुत अलग करार है और शो से जुड़ने की सबसे बड़ी वजह भी यही बताती हैं. उर्मिला कोरी से हुई बातचीत के पमुख अंश
गुनाह एक टर्की के शो का हिंदी रूपांतरण है क्या आपने वो शो देखा था ?
हां कुछ एपिसोड्स मैंने देखें हैं. उसके बाद मैंने तारा के किरदार को अपनी तरह से पेश किया है. तारा बिलकुल भी मेरी तरह नहीं है , लेकिन इस किरदार को करते हुए मैं बहुत एन्जॉय किया कि आज तारा ऐसे रिएक्ट करेगी.आज तारा इसका ये जवाब देगी. तारा का किरदार जब मैंने पढ़ा था, तो ही मैंने तय कर लिया था कि मुझे ये करना है. इस किरदार में इतने लेयर्स हैं ,जो एक एक्टर के तौर पर आपको बहुत उत्साहित करते हैं. यह शो कोई और अभिनेत्री करती तो मुझे दुःख होता था.
यह शो प्यार में धोखा खाने के बाद बदला लेने की कहानी है , क्या निजी जिंदगी में आप बदला लेने में यकीन करती हैं ?
बिल्कुल भी नहीं.मेरा दिल टूटने पर मैं फूट फूट कर रो सकती हूं,लेकिन बदला लेने में मेरा यकीन नहीं है. मैं बहुत ही शांतिप्रिय इंसान हूं. मुझे लगता है कि जब आप किसी से बदला लेते हैं,तो उस पूरे प्रोसेस में और उसके बाद भी आपको सुकून नहीं मिलता है.
रोजमर्रा की जिंदगी की कोई बात जिसे करने के बाद आपको एहसास होता है कि आपने गुनाह किया है ?
मैं जब अपना वर्कआउट मिस कर देती हूं ,तो लगता है कि बहुत बड़ी गलती हो गयी है. अपनी डाइट में चीटिंग से मैं परेशान हो जाती हूं. वैसे ये बहुत कम होता है. सिर्फ गोलगप्पे देखकर खुद को कण्ट्रोल करना मुश्किल हो जाता है.
आप टीवी , फिल्म और अब ओटीटी का हिस्सा बन गयी हैं , माध्यम आपके लिए कितना मायने रखता है ?
मेरे लिए माध्यम कोई मायने नहीं रखता है. किरदार और कहानी से मैं प्रोजेक्ट का चुनाव करती हूं. उसके बाद अपना 100 प्रतिशत देती हूं कि मैं इस किरदार को पूरी शिद्दत के साथ परदे पर ला सकूं.
लेकिन कहते हैं कि सभी माध्यम का काम करने का अपना तरीका होता है ,फिल्में और ओटीटी बहुत प्रोफेशनल और ऑर्गनाइज़्ड ढंग से काम करती हैं ?
जो एक्टर टीवी को हर दूसरी बात में कोसते हैं.उनमें से मैं नहीं हूं. मुझे टीवी से कभी कोई शिकायत नहीं रही हैं. मैंने टीवी में बहुत ही प्रोफेशनल माहौल में काम किया है. मैंने कभी १८ घंटे या २० घंटे काम नहीं किए हैं। १२ घंटे से ज्यादा से ज्यादा काम किया है. हां हमें कई बार सीन्स एक घंटे पहले मिलते हैं ,लेकिन यह एक एक्टर के तौर पर आपको तैयार ही करता है. सभी को पता है कि आजकल ऑडिशन के जरिये हमें काम मिलता है , तो वहां पर भी आपको तैयारी के लिए ज्यादा वक़्त नहीं मिलता है. मुझे फिल्में या ओटीटी जो भी मिल रहा है. वो टीवी की वजह से ही है. मैं हमेशा टीवी की शुक्रगुजार रहूंगी.
इस सीरीज में आपके साथ जेन और गश्मीर है ऑफ स्क्रीन आपकी बॉन्डिंग कैसी थी ?
मैं उन एक्टर्स में से नहीं हूं ,जो सेट पर चुपचाप से बैठे रहते हैं. मुझे नए लोगों से बातें करना. उनके बारे में जानना बहुत पसंद है.मुझे लगता है कि सभी के अपने अनुभव होते हैं ,जिनसे आप बहुत कुछ सीख सकते हैं. जेन और मेरे बीच बॉन्डिंग पहले ही दिन से बहुत अच्छी वाली हो गयी थी. गश्मीर महाजनी शुरुआत में थोड़ा कम बोलते थे लेकिन फिर उन्हें समझ आ गया है कि वो भले ही कम बात करें लेकिन मैं चुप नहीं बैठने वाली हूं उसके बाद वह भी हमारे ग्रुप में शामिल हो गया.
आपके अब तक के अभिनय करियर में किस किरदार को आप खास करार देंगी ?
अपने अब तक के निभाए किरदार में किसी एक को चुनने में बहुत दिक्कत होगी लेकिन अगर एक का नाम लेना होगा तो मैं कबूल हूं कि जोया के किरदार का नाम लेना चाहूंगी .वह मेरा पहला किरदार था, जिससे मैं लार्जर ऑडियंस के साथ सीधे तौर पर जुड़ी थी और उस सीरियल को बहुत प्यार मिला था.मुझे आज भी बहुत लोग जोया के नाम से ही बुलाते हैं. एक बार रमजान में मैं कहीं बाहर कुछ खा रही थी। किसी ने मुझे आकर पूछा कि आपका रोजा नहीं है. मैं सोच ही रही थी कि उसने ऐसा क्यों कहा तो याद आया कि जोया के किरदार की वजह से वह ऐसा सोच रहे हैं.
क्या कभी लगता है कि मेरा ये किरदार जोया से ज्यादा पॉपुलर होना चाहिए ?
अगर ऐसा सोचने लगी तो फिर काम करने में बहुत दिक्कत हो जाएगी.फिर हमेशा आपके दिमाग में एक प्रेशर रहेगा.वैसे मेरा द्वारा निभाया गया नागिन का किरदार भी काफी लोकप्रिय था.