Stock Market: घरेलू शेयर बाजार में गिरावट सोमवार को भी जारी रही. बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का प्रमुख संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 241 अंक के नुकसान में रहा. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी लगातार सातवें दिन गिरावट के साथ 23,500 अंक के नीचे आ गया. समाचार एजेंसी पीटीआई की हिंदी शाखा भाषा की रिपोर्ट के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों की पूंजी निकासी जारी रहने और अमेरिकी बाजारों से कमजोर रुख के संकेत के बीच सूचना प्रौद्योगिकी और पेट्रोलियम कंपनियों के शेयरों में बिकवाली से बाजार में गिरावट आई.
सेंसेक्स में लगातार चौथे दिन और निफ्टी में सातवें दिन गिरावट
रिपोर्ट में कहा गया है कि 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स में लगातार चौथे दिन गिरावट रही और यह 241.30 अंक या 0.31% के नुकसान के साथ 77,339.01 अंक पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान एक समय यह 615.25 अंक तक नीचे आ गया था. वहीं, निफ्टी में लगातार सातवें दिन गिरावट रही और यह 78.90 अंक या 0.34% टूटकर 23,453.80 अंक पर बंद हुआ. सेंसेक्स में शामिल तीस शेयरों में से टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, इन्फोसिस, एनटीपीसी, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, एक्सिस बैंक, टेक महिंद्रा, बजाज फिनसर्व, सन फार्मा, इंडसइंड बैंक और रिलायंस इंडस्ट्रीज प्रमुख रूप से नुकसान में रहे. लाभ में रहने वाले शेयरों में टाटा स्टील, हिंदुस्तान यूनिलीवर, महिंद्रा एंड महिंद्रा, नेस्ले और भारतीय स्टेट बैंक शामिल हैं.
विदेशी निवेशकों ने 1,849.87 करोड़ रुपये के शेयर बेचे
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने गुरुवार को 1,849.87 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे. विदेशी निवेशक इस महीने अबतक शेयर बाजारों से 22,420 करोड़ रुपये निकाल चुके हैं. घरेलू बाजार में शेयरों का अधिक मूल्यांकन, चीन में शेयरों का सस्ता होना और अमेरिकी डॉलर के साथ बॉन्ड यील्ड में वृद्धि के कारण निवेशक बाजार से पैसा निकाल रहे हैं. शेयर बाजार शुक्रवार को ‘गुरु नानक जयंती’ के मौके पर बंद था.
नुकसान में रहे मिडकैप और स्मॉलकैप शेयर
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि शेयर बाजार में गिरावट का रुख जारी है. कंपनियों के वित्तीय परिणाम में हल्की बढ़ोतरी और महंगाई के साथ रुपये की विनिमय दर में गिरावट से धारणा प्रभावित हुई. दिसंबर में फेडरल रिजर्व के नीतिगत दर में कटौती की उम्मीद कम होने से आईटी शेयरों में गिरावट रही. नीतिगत दर में कटौती में देरी का मतलब है कि बीएफएसआई (बैंक, वित्तीय सेवाएं और बीमा) खंड में व्यय में देरी होगी. छोटी कंपनियों के शेयरों से जुड़ा बीएसई स्मॉलकैप सूचकांक 0.69% और मझोली कंपनियों के शेयरों से संबंधित मिडकैप 0.17% के नुकसान में रहा.
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जापान के निक्केई और चीन के शंघाई कंपोजिट भी गिरे
एशिया के दूसरे बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी और हांगकांग का हैंगसेंग बढ़त में जबकि जापान का निक्केई 225 और चीन का शंघाई कम्पोजिट नुकसान में रहे. यूरोप के प्रमुख बाजारों में दोपहर कारोबार में गिरावट का रुख रहा। अमेरिकी बाजारों में शुक्रवार को गिरावट रही थी. वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.49 प्रतिशत की बढ़त के साथ 71.39 डॉलर प्रति बैरल रहा. बीएसई सेंसेक्स में गुरुवार को 110.64 अंक की गिरावट रही थी, जबकि एनएसई निफ्टी 26.35 अंक के नुकसान में रहा था.
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