chhath puja 2024: सन नियो के शो छठी मैया की बिटिया में छठी मैया की भूमिका में अभिनेत्री स्नेहा वाघ इन दिनों नजर आ रहीं हैं. देवोलिना भट्टाचार्जी पहले इस भूमिका में थी,लेकिन प्रेग्नेंसी की वजह से उन्हें इस शो को अलविदा कहना पड़ा था. स्नेहा वाघ ने इस शो और छठी मैया से उनके जुड़ाव पर उर्मिला कोरी से हुई बातचीत
सपना था देवी के किरदार को करने का
मैंने अब तक कई कॉस्टयूम ड्रामा शोज किए हैं,लेकिन यह पहला मौका है जब मैं देवी भूमिका को निभा रही हूं. मैं काफी समय से टेलीविजन का हिस्सा हूं इसलिए मेरा भी सपना था कि पर्दे पर मैं भी देवी का किरदार निभाऊं. जब शो छठी मैया की बिटिया में मुझे देवी छठी मैया बनने का ऑफर हुआ तो मैंने तुरंत ही हां कह दिया.आखिरकार कई सालों के बाद ऑनस्क्रीन देवी बनने का सपना पूरा हुआ है.
डेढ़ से दो घंटे तैयार होने में लगते हैं
जैसा कि सभी को पता है कि मैंने कॉस्ट्यूम ड्रामा किये हैं, जिसमे मैंने भारी भरकम कॉस्ट्यूम पहने हैं और बहुत सारा मेकअप भी किया है ,लेकिन इस सीरियल की शूटिंग और छठी मैया के अवतार में आने का अनुभव काफी अलग है. साड़ी और माथे पर जो तिलक वह सब मुझे बहुत ही अलौकिक अनुभव देता है. हर चीज सुंदर लगती है.मुझे तैयार होने में डेढ़ से दो घंटे जाते हैं.
सात्विक पहले से हूं
आमतौर पर एक्टर्स को देवी देवताओं का किरदार निभाते हुए बहुत ही सात्विक रहन सहन को अपनाना होता है. मेरे साथ अच्छी बात ये है कि मैं पहले से ही सात्विक हूं क्योंकि मैं कृष्ण भक्त हूं। मैंने दीक्षा भी ली है, तो मेरे रहन सहन में सात्विकता इस शो से पहले से ही थी.
मैंने खुद देवोलीना को मैसेज किया था
मैं बताना चाहूंगी कि जब मुझे यह शो ऑफर हुआ, तो मैं बकायदा देवोलीना को मैसेज किया कि मुझे शो ऑफर हुआ है. उन्होंने कहा कि आपको यह शो जरूर करना चाहिए. हर एक्टर का हर किरदार करने का अपना तरीका है. देवोलीना का अपना तरीका था.मेरा अपना है. मैं इस बात को मानती हूं कि देवोलीना ने बहुत ही अच्छे से अपना काम किया था.अब मेरी जिम्मेदारी है कि मैं छठी मैया के रोल को बखूबी अदा करुं.
ममत्व की फीलिंग छठी मैया को खास बनाती है
हम सभी इस बात को जानते हैं कि हर देवी में ममत्व की भावना होती है.इस सीरियल को करते हुए मैंने जाना कि ममत्व वाली जो फीलिंग है. वह छठी मैया में बहुत ही स्ट्रांग है. यही वजह है कि पूर्वांचल में उनकी उपासना करने से संतान की प्राप्ति होती है. यह लोक कथाएं भी बेहद प्रचलित है. इस देवी का सीधे तौर पर जुड़ाव बच्चों से है.एक मां अपने बच्चों की सलामती के लिए भी छठी मैया का उपवास रखती हैं
छठी मैया की सिद्धि घर -घर तक पहुंचा रही हूं
छठी मैया का नाम मैं जानती थी लेकिन उनके बारे में मुझे ज्यादा पता नहीं था. शो से जुड़ने के बाद मुझे इसके बारे में डिटेल में मालूम पड़ा. जैसे ही मुझे शो ऑफर हुआ था.मैंने गूगल पर भी इसके बारे में सर्च किया था, लेकिन वहां पर ज्यादा कुछ नहीं था.मेरे सीरियल के निर्देशक और क्रिएटिव टीम ने बहुत अच्छे से मुझे गाइड किया. मुझे बहुत खुशी हुई कि इस शो से मैं जुड़ी,जो छठी मैया की सिद्धि घर तक घर तक पहुंचा रही है.
शूटिंग के वक़्त लोगों की श्रद्धा भावना को महसूस किया
महाराष्ट्रियन होने के नाते मैंने और मेरे परिवार ने कभी भी छठ पूजा नहीं मनाई थी, लकिन शो के माध्यम से मैं इस पर्व के प्रति लोगों की श्रद्धा और भावनाओं को महसूस कर रही हूँ.हाल ही में जब छठ पूजा के सीन शूट किये गए तो मैंने इसे बेहद करीब से देखा। वह मेरे दिल को छूने वाला था. प्रसाद की तैयारियों में भी एक ख़ास किस्म का प्रेम होता है. जो दिल को छूने वाला होता है.शूटिंग के दौरान मैंने ये भी सोचा कि जब मुझे शूट में ऐसा महसूस हो रहा है तो रियल में अगर में यह पर्व को देखूंगी तो उसका अनुभव कितना दिव्य होगा। मौक़ा मिला तो मैं बिहार जाकर छठ पर्व में हिस्सा लेना चाहूंगी। घाट पर जाने से लेकर प्रसाद बनाने तक सबकुछ में शामिल होना चाहूंगी।