Shravani Mela: बांग्ला सावन के पहले दिन बाबा मंदिर परिसर के परंपरा के अनुसार बेलपत्र प्रदर्शनी का आयोजन किया गया. यह परंपरा करीब 160 वर्षों से चली आ रही है. कर्क संक्रांति से मंगलवार को बांग्ला सावन प्रारंभ हो गया है.
बाबा मंदिर परिसर में शाम सात बजे अलग- अलग दलों के द्वारा बेलपत्र प्रदर्शनी का आयोजन किया गया. इसमें सभी दलों के द्वारा अपने दल की बैठकी स्थल से चांदी की थाली में बेलपत्र को सजाकर कर शोभा यात्रा निकाली गयी. यह नगर भ्रमण करने के बाद ढोल-बाजे के साथ बाबा मंदिर पहुंची. ये प्रदर्शनी अब 22 जुलाई, 29 जूलाई, पांच अगस्त, 12 अगस्त, 19 अगस्त व 16 अगस्त को सिंह संक्रांति तथा श्रावण मास के प्रत्येक सोमवार को लगायी जायेगी.
इसके अंतर्गत काली मंदिर में जनरेल समाज व देवकृपा वन सम्राट बेलपत्र समाज, तारा मंदिर में बरनेल समाज, लक्ष्मी नारायण मंदिर में मसानी दल एक व मसानी दल दो व शांति अखाड़ा समाज, राम मंदिर में राजाराम बेलपत्र समाज, आनंद भैरव मंदिर में पंडित मनोकामना राधे श्याम बेलपत्र समाज के दो दल द्वारा आकर्षक व बाबा की त्रिनेत्र के समान अनोखे पहाड़ी बिल्व पत्र की प्रदर्शनी लगायी गयी.
परंपरा के अनुसार, सभी दल के द्वारा बाबा पर बेलपत्र को अर्पित कर विशेष बेलपत्र पूजा का आयोजन किया गया. मालूम हो कि श्रावण की प्रत्येक सोमवारी को रात में आठ बजे से बेलपत्र पूजा का आयोजन किया जायेगा. इस दौरान अरघा को हटाया जाएगा और पुरोहित समाज के लोग पूजा में शामिल होंगे. ये पूजा करीब एक घंटे की होगी.
Also Read
Shravani Mela: बाबा बैद्यनाथ के मंदिर के शिखर पर लगा पंचशूल क्यों है खास, जानें इसके रहस्य
देवघर के बाबा मंदिर में 72 फुट की ऊंचाई पर लगे पंचशूल में हैं अद्भुत शक्तियां, छूने मात्र से दूर होते हैं इतने दोष
देवघर : प्रभात खबर श्रावणी मेला स्पेशल पत्रिका ‘बिल्व पत्र’ का विमोचन, नगर आयुक्त बोले- अनूठी है पहल
देवघर : 1783 में ऐसा था बाबा मंदिर का प्रांगण, ऐसे करें भगवान शिव की पूजा-अर्चना