Shravani Mela: बाबाधाम में बांग्ला सावन शुरू हो गया. इसके साथ ही गेरुआ वस्त्रधारी कांवरिये बाबाधाम पहुंचने लगे हैं. मंगलवार को बाबा मंदिर में कांवरियों का तांता लगा रहा. बंगाल व नेपाल से आये कांवरिये पूरे उत्साह के बाद बाबा मंदिर में जलार्पण करते दिखे.
एक महीने तक चलने वाला बांग्ला सावन 16 अगस्त को सिंह संक्रांति के दिन संपन्न होगा. मंदिर परिसर सुबह से ही बोलबम के जयकारे से गुंजायमान रहा. सोमवार की अपेक्षा मंगलवार को मंदिर में पूजा करने आये भक्तों की संख्या कम जरूर दिखी, लेकिन गेरुआ वस्त्रधारियों से मंदिर भरा रहा. कई कांवरिये अपने बच्चों का मुंडन संस्कार कराते देखे गये.
अहले सुबह पट खुलने के साथ ही कांवरिये बोल बम का जयकारा लगाते हुए मानसरोवर ओवरब्रिज से कतारबद्ध होकर मंदिर पहुंच रहे थे. सोमवार से देवघर के बाबा मंदिर में स्पर्श पूजा बंद हो जायेगी और कांवरियों को अरघा के माध्यम से जलार्पण कराया जायेगा. पट बंद होने तक करीब 40 हजार भक्तों ने जलार्पण किया. इसमें 2,988 लोगों ने कूपन लेकर पूजा की.
श्रावणी मेला शुरू होते ही बाबा बैद्यनाथ की स्पर्श पूजा बंद कर दी जाती है. मंदिर के बाहर एक अर्घा लगा दिया जाता है, जिसमें बाबा भोलेनाथ के भक्त सुल्तानगंज से लाया गया गंगाजल अर्पित करते हैं. यह मंदिर के गर्भगृह में स्थापित शिवलिंग पर गिरता है. बाबा को जल अर्पित करके भक्त निहाल हो जाते हैं. उनकी कई दिनों की सारी थकान मिट जाती है.
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