Shravani Mela 2024: देवघर: झारखंड के देवघर जिले में श्रावणी मेला 22 जुलाई से शुरू हो रहा है. सोमवार को परिसदन में बिहार और झारखंड के मेला क्षेत्र के जिला अधिकारी, पुलिस कप्तान के साथ बिहार के भागलपुर प्रमंडल के आयुक्त दिनेश कुमार सहित मुंगेर प्रमंडल के आयुक्त संजय कुमार और संताल परगना के प्रमंडलीय आयुक्त लालचंद डाडेल ने बैठक की. अंतरराज्यीय समन्वय बैठक के बाद अध्यक्षता कर रहे दुमका प्रमंडल के प्रमंडलीय आयुक्त सह मुख्य कार्यकारी पदाधिकारी बाबा बैद्यनाथ धाम-बासुकीनाथ तीर्थ क्षेत्र विकास प्राधिकार लालचंद डाडेल ने कहा कि दोनों राज्यों के अधिकारियों ने मिलकर श्रावणी मेला को सफल बनाने को लेकर विचार विमर्श कर कुछ महत्वपूर्ण निर्णय लिए. क्राउड मैनेजमेंट के लिए पहली बार एआइ (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) का सहारा लिया जाएगा. बाबाधाम एप से श्रद्धालुओं को जानकारियां मिलेंगी.
सूचना तकनीक को किया जाएगा और भी सुदृढ़
आयुक्त ने कहा कि देवघर श्रावणी मेले में पिछले वर्ष की तुलना में इस बार सूचना तकनीक को और भी सुदृढ़ किया जायेगा. आधुनिक सूचना तकनीक ह्वाट्सएप में दोनों राज्यों के अधिक से अधिक अधिकारियों को जोड़ा जायेगा, ताकि सूचना मिलते ही त्वरित कार्रवाई की जा सके. सीमावर्ती इलाकों में वायरलेस सिस्टम को और भी दुरूस्त किया जायेगा और वायरलेस की फ्रीक्वेंसी भी इन इलाकों में बढ़ायी जायेगी. अगर क्राउड बढ़ेगा तो इंट्री प्वाइंट पर ही रोकने का बंदोबस्त कराया जायेगा. वहीं डीआइजी संजीव कुमार ने कहा कि क्राउड मैनेजमेंट में पहली बार श्रावणी मेला में एआइ (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) का सहारा लिया जायेगा. एआइ से रियल टाइम इंफोर्मेशन लिया जायेगा और उसे बाबाधाम एप से शेयर किया जायेगा. ताकि कतार सहित श्रद्धालुओं की संख्या आदि की जानकारी कांवरियों तक पहुंच सके. कहां तक कतार पहुंची है, कितने श्रद्धालु कतार में बने हैं, यह सब जानकारी कांवरिये बाबाधाम एप से ले सकेंगे. इसके लिये योजना के तहत तकनीकी टीम को प्रशिक्षण दिलाया जा रहा है.
हॉट लाइन पर जुड़े रहेंगे दोनों राज्यों के अधिकारी
श्रावणी मेला में ट्रैक्टर सहित मालवाहक गाड़ियों पर बांस-बल्ले के डबल डेकर बनाकर श्रद्धालु पहुंचते हैं. इस पर दोनों राज्यों के अधिकारियों ने पूरी तरह से रोक लगाने का निर्णय लिया. ऐसी गाड़ियों से दुर्घटना का खतरा भी रहता है. श्रावणी मेले में पूर्व से सिस्टम काम करती रही है. आमजनों का सहयोग भी मिलता रहा है. अस्पताल में श्रद्धालुओं को सुविधा मिले. इन मसलों पर भी विचार विमर्श किया गया. आयुक्त ने कहा कि शासन और प्रशासन की प्राथमिकता शिवभक्तों की सुरक्षा और सुविधा है. भागुलपर, मुंगेर, बांका, जमुई, देवघर और दुमका के आला अधिकारी हॉट लाइन पर संवाद बनाये रखेंगे. सुल्तानगंज से देवघर के बीच बने होल्डिंग प्वाइंट पर बढ़ते भीड़ की सूचना के मुताबिक अगले प्वाइंट के अधिकारी अलर्ट रहेंगे.
अंतरराज्यीय सीमा पर हर गतिविधियों पर रखी जायेगी नजर
मुंगेर प्रमंडल के आयुक्त संजय कुमार ने कहा कि श्रद्धालुओं को सुलभ तरीके से दर्शन कराना और उनलोगों की सुरक्षा व्यवस्था कैसे बेहतर हो. इसी पर दोनों राज्यों के अधिकारियों ने समन्वय स्थापित किया. सूचनाओं के आदान-प्रदान व भीड़ नियंत्रण को लेकर भागलपुर, बांका एवं मुंगेर के साथ आपसी समन्वय स्थापित कर कार्य किये जायेंगे. बिहार सीमा में हमलोगों ने पर्याप्त व्यवस्था की है. गंगा का बालू छानकर बिछवाया जा रहा है. धर्मशालाओं सहित टेंट सिटी की संख्या बढ़ायी जा रही है. दोनों राज्य वाट्सअप ग्रुप पर जुड़े रहेंगे. ताकि कांवरिया मार्ग के पल-पल की जानकारी एक-दूसरे को मिलती रहे. अंतरराज्यीय सीमा के थानों से समन्वय रखकर श्रावणी मेला के दौरान सघन गश्ती एवं चेकनाका के माध्यम से सभी गतिविधियों पर नजर रखी जायेगी. छोटी गाड़ियों जैसे टोटो आदि का उपयोग कांवरिया मार्ग में एंबुलेंस के तौर पर किया जायेगा. उसके लिये डेडिकेटेड पास सिस्टम लागू किया जायेगा.
देवघर में 12 हजार व बासुकिनाथ में तीन हजार अतिरिक्त सुरक्षा बल लगाये जाएंगे
संताल परगना डीआइजी संजीव कुमार ने पत्रकारों से कहा कि क्राउड मैनेजमेंट, यातायात व्यवस्था व विधि व्यवस्था को बनाये रखने के लिये श्रावणी मेला में देवघर जिले को 12000 अतिरिक्त पुलिस फोर्स मिले हैं. वहीं बासुकिनाथ में 3000 अतिरिक्त सुरक्षा बल लगाये जायेंगे. इसके अलावे करीब 1000 की संख्या में डीएसपी सहित इंस्पेक्टर, एसआई व एएसआई श्रावणी मेला ड्यूटी में दोनों जगह रहेंगे. साथ ही क्राउड मैनेजमेंट के लिये रैफ, सीआरपीएफ सहित अन्य विशेष सुरक्षा के साथ-साथ एटीएस, बीडीएस टीम आदि भी सुरक्षा में लगाये जा रहे हैं. श्रद्धालुओं की सुविधा का पूरा ख्याल रखा जायेगा. इसके लिये पदाधिकारी, जवानों की समय समय पर ब्रीफिंग भी करायी जायेगी. डीसी विशाल सागर ने कहा कि कोई वीआइपी दर्शन की सुविधा नहीं होगी. सभी को आम कतार से गुजरना पड़ेगा. बैठक में संथाल परगना आइजी क्रांति कुमार गड़देशी, देवघर एसपी अजीत पीटर डुंगडुंग, जिलाधिकारी भागलपुर डॉ नवल किशोर चौधरी, जिलाधिकारी बांका अंशुल कुमार, उपायुक्त दुमका ए दोड्डे, दुमका एसपी पितांबर सिंह खरवार, एसएसपी भागलपुर आनंद कुमार, एसपी बांका डॉ सत्य प्रकाश, गोड्डा एसपी नाथू सिंह मीणा के अलावे कई एसडीपीओ व डीएसपी मुख्य रूप से शामिल रहे.
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