Bangladesh News : बांग्लादेश की पूर्व पीएम शेख हसीना के बयान से खलबली मच गई है. अंतरिम सरकार इंटरनेशनल क्राइम ट्रिब्यूनल में एक याचिका दायर करने की तैयारी कर रहा है. इसमें मीडिया और सोशल प्लेटफॉर्म के माध्यम से हसीना की “भड़काऊ टिप्पणियों” के प्रसार पर प्रतिबंध लगाने की मांग की जाएगी. इस संबंध में dhakatribune.com ने खबर प्रकाशित की है. इससे पहले, ट्रिब्यूनल ने 17 अक्टूबर को जुलाई और अगस्त में छात्र आंदोलन के दौरान हत्याओं के आरोपों से संबंधित कार्यवाही के पहले दिन, अवामी लीग की अध्यक्ष शेख हसीना के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया था.
शेख हसीना ने अगस्त में पद छोड़ने और देश से भागने के बाद अपने पहले सार्वजनिक संबोधन में अंतरिम सरकार पर गंभीर आरोप लगाए. सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस पर उन्होंने “नरसंहार” करने और अल्पसंख्यकों की रक्षा करने में विफल रहने का आरोप लगाया है. हसीना अपने अमेरिका स्थित बेटे सजीब वाजेद या अवामी लीग के सोशल मीडिया अकाउंट के माध्यम से कुछ बयान जारी करतीं हैं, लेकिन बांग्लादेश में हाल के घटनाक्रम पर यह उनका पहला सार्वजनिक संबोधन था.
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बांग्लादेश से क्यों भागना पड़ा था शेख हसीना को?
जुलाई में सार्वजनिक क्षेत्र की नौकरियों में कोटा के खिलाफ छात्रों का गुस्सा फूटा था. विरोध प्रदर्शन देश के इतिहास में सबसे घातक प्रदर्शनों में से एक बन गया. 5 अगस्त को, हसीना एक बड़े पैमाने पर विद्रोह के बीच भारत पहुंचीं. उस वक्त से वह यहीं हैं. बाद में, नोबेल पुरस्कार विजेता डॉ. मुहम्मद यूनुस ने 8 अगस्त को अंतरिम सरकार के प्रमुख के रूप में पदभार संभाला. उन्होंने हसीना के निष्कासन के बाद देश की कमान संभाली.