ओम प्रयास/ हरिद्वार. सभी नवग्रह में शनि देव को सबसे अधिक क्रोधित और शक्तिशाली ग्रह बताया जाता है. साल 2024 में अगस्त का महीना सभी राशियों के जातकों के लिए खास रहने वाला हैं. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शनि देव अपनी ही राशि में वक्री चाल में हैं. शनि देव की उल्टी चाल के समय कोई भी ऐसा कार्य नहीं करना चाहिए जो शनि देव को अच्छा न लगे.
सामान्य तौर पर जब किसी व्यक्ति को शरीर के किसी भी हिस्से में कष्ट (पीड़ा) होता है, तो वह परेशान रहता है और कोई भी उन्हें कुछ कहे तो वह एकदम से क्रोधित हो जाता है. ऐसे ही शनिदेव भी उल्टी चाल चलते हुए नाखुश रहते हैं. इसलिए कहा जाता है कि जब शनि देव उल्टी चाल चलते हैं तो उन्हें गलत कार्य करने वालों से अधिक पीड़ा होती है. धार्मिक ग्रंथो के अनुसार भगवान शिव ने कलयुग का भार शनि महाराज को दिया हुआ है. कलयुग में शनि देव न्यायाधीश हैं, जो व्यक्तियों के उनके कर्मों के आधार पर अच्छा या बुरा फल प्रदान करते हैं. ज्योतिष मत अनुसार जब शनिदेव उल्टी चाल चलते हैं तो हर किसी को गलत कार्य करने से बचना चाहिए वरना शनि देव नाराज होकर अधिक कष्ट प्रदान करते हैं.
ज्योतिष और धार्मिक ग्रंथो के अनुसार शनि देव न्याय प्रिय देवता हैं, जो अनुशासन अधिक पसंद करते हैं. जो व्यक्ति पुरी लग्न, मेहनत और पूरी निष्ठा के साथ अपने कार्य करते हैं शनि देव कभी भी उन्हें परेशान नहीं करते हैं. लेकिन जो व्यक्ति अपने फायदे के लिए अपने रिश्तेदारों या जानकारों को धोखा देते हैं शनि देव उन्हें कभी भी पसंद नहीं करते हैं और समय-समय पर ऐसे लोगों को कष्ट प्रदान करते रहते हैं. ऐसे ही शनिदेव धन का लोभ करने वालों पर भी अपनी नजर बनाए रखते हैं. जो व्यक्ति सबर, संतोष वाले होते हैं और अपना भविष्य बेहतर बनाने के लिए कठोर परिश्रम मेहनत आदि करते हैं उन पर शनिदेव सदैव अपनी कृपा दृष्टि बनाए रखते हैं लेकिन जो लोग गलत तरीके से धन अर्जित करना चाहते हैं या अपने रिश्तेदारों, सगे संबंधियों, मित्रों आदि के धन संपत्ति को गलत तरीके से अपना बनाते हैं शनिदेव उन्हें दंडित करते हैं.
कहां जाता है जो लोग बेवजह दूसरे व्यक्तियों को परेशान करते हैं उन्हें हानि पहुंचाते हैं और अपने पद का गलत इस्तेमाल कर दूसरों की छवि खराब करने में करते हैं. शनि देव उन्हें कभी भी माफ नहीं करते हैं. उनके जीवन में कष्टों की झड़ी लगी रहती हैं.
शनि देव की इन राशियों पर है कड़ी नजर
कुंभ राशि:शनि देव इस समय अपनी ही राशि कुंभ में वक्री हैं, जो 15 नवंबर तक रहेंगे. कुंभ राशि के स्वामी शनि देव हैं, जो 15 नवंबर 2024 तक कुंभ राशि में वक्री अवस्था में रहेंगे. कुंभ राशि पर शनि देव की साढ़ेसाती 2025 तक चलेगी. कुंभ राशि के जातकों को इस दौरान विशेष सावधानियां रखने की जरूरत है. शनिदेव की कुंभ राशि पर सबसे अधिक नजर बनी हुई है. यदि कुंभ राशि के जातक कोई भी अनुचित कार्य करते हैं, तो उन्हें इसका कई गुना दंड प्राप्त होगा. कुंभ राशि के जातकों को इस दौरान प्रत्येक शनिवार के दिन शनि चालीसा का पाठ अपने घर पर रहकर करना चाहिए और शाम के समय पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दिया जलाना चाहिए.
मेष राशि:शनि देव कुंभ राशि में 15 नवंबर 2024 तक वक्री रहेंगे. इस समय मेष राशि के जातकों को कोई भी ऐसा कार्य नहीं करना चाहिए जिससे शनि देव नाराज हो. शनि देव नाराज होने पर आपको भविष्य में मिलने वाले अच्छे फल पर अपना प्रभाव डालेंगे. आपको भविष्य में बहुत सी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा.
कर्क राशि:शनि देव की ढैया कर्क राशि पर है और शनि देव अपनी राशि में उल्टी चाल भी चल रहे हैं. ऐसे में कर्क राशि के जातकों को भूलकर भी कोई ऐसा कार्य नहीं करना चाहिए जिससे शनि देव नाराज हो और आपके अच्छे खासे जीवन में दुखों की झड़ी लग जाए.
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार किसी भी राशि के जातकों को कोई ऐसा कार्य नहीं करना चाहिए जिससे शनि महाराज को अधिक पीड़ा हो. या फिर यूं कहें कि शनिदेव को नाराज करने वाले कार्यों को करने से बचना चाहिए. जब शनिदेव वक्री चाल चलते हैं तो सभी राशियों पर उनके कार्य और करियर को लेकर शनिदेव की नजर बनी रहती है. ऐसे में कोई भी गलत कार्य करने पर शनिदेव उनके कार्य क्षेत्र, जॉब और करियर में बाधाएं उत्पन्न कर देते हैं.
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FIRST PUBLISHED : August 11, 2024, 17:23 IST
Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Local-18 व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.