सर्व पितृ अमावस्या पितृ पक्ष या श्राद्ध पक्ष का अंतिम दिन होता है. हर साल अश्विन कृष्ण अमावस्या तिथि को सर्व पितृ अमावस्या मनाते हैं. इस दिन उन सभी पितरों के लिए तर्पण, पिंडदान, श्राद्ध आदि करते हैं, जिनका निधन अमावस्या और पूर्णिमा तिथि को हुआ होता है. इसके अलावा उन सभी पितरों का भी श्राद्ध करते हैं, जिनके मृत्यु की तिथि पता नहीं होती है. इस साल सर्व पितृ अमावस्या के दिन सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है. सर्व पितृ अमावस्या के दिन आप अपने नाराज पितरों को खुश करने के लिए उपाय कर सकते हैं. इससे पितर खुश होकर उन्नति का आशीर्वाद देते हैं. काशी के ज्योतिषाचार्य चक्रपाणि भट्ट से जानते हैं कि सर्व पितृ अमावस्या पर नाराज पितरों को कैसे खुश किया जाए? सर्व पितृ अमावस्या का मुहूर्त क्या है?
नाराज पितरों को खुश करने के उपाय
1. तर्पण
यदि आपके पितर नाराज हैं तो आप सर्व पितृ अमावस्या के दिन स्नान करने के बाद अपने पितरों को जल, सफेद फूल, काले तिल से कुशा का उपयोग कर उसके पोरों से तर्पण दें. कुशा के पोरों से दिया गया तर्पण पितरों को प्राप्त होता है और वे तृप्त होकर आशीर्वाद देते हैं. यदि आप कुशा से तर्पण नहीं देते हैं तो वह पितरों तक नहीं पहुंचता है. ऐसे में आपके पितृ अतृप्त रहते हैं और नाराज होते हैं.
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2. पंचबलि कर्म
सर्व पितृ अमावस्या के अवसर पर आप अपने पितरों के लिए पंचबलि कर्म जरूर करें. इसमें आपको भोजन बनाकर उसका कुछ अंश कौआ, गाय, कुत्ता आदि को खिलाना चाहिए. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, पितरों को भोजन का अंश कौआ, गाय, कुत्ता आदि के माध्यम से उन तक पहुंचता है. उसे पाकर वे तृप्त होते हैं और प्रसन्न रहते हैं.
3. पितृ देव अर्यमा की पूजा और पितृ सूक्त पाठ
नाराज पितरों को खुश करने के लिए आपको पितरों के देव अर्यमा की पूजा करनी चाहिए. उसके बाद पितृ सूक्त का पाठ करना चाहिए. इससे पितर खुश होते हैं और अपनी संतान को खुशहाली का आशीर्वाद देते हैं.
4. अन्न दान
पितृ ऋण या पितृ दोष से मुक्ति के लिए आपको सर्व पितृ अमावस्या के दिन अन्न का दान जरूर करना चाहिए. अन्न का दान करने से पितर तृप्त होते हैं और खुश होकर आपकी उन्नति का आशीर्वाद देंगे.
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5. गाय का दान
गरुड़ पुराण और प्रेत मंजरी के अनुसार, अमावस्या के दिन पितरों को खुश करने के लिए आप उनके नाम से गाय का दान कर सकते हैं. गाय दान करने से पितर वैतरणी नदी पार करने में सफल होते हैं. वे कष्टों से मुक्ति पाते हैं.
सर्व पितृ अमावस्या 2024 मुहूर्त और योग
इस साल सर्व पितृ अमावस्या 2 अक्टूबर दिन बुधवार को है. उस दिन साल का अंतिम सूर्य ग्रहण भी लगेगा.
सर्व पितृ अमावस्या तिथि का प्रारंभ: 1 अक्टूबर, मंगलवार, रात 9 बजकर 39 मिनट से
सर्व पितृ अमावस्या तिथि का समापन: 2 अक्टूबर, बुधवार, देर रात 12 बजकर 18 मिनट पर
सर्वार्थ सिद्धि योग: दोपहर 12:23 बजे से 3 अक्टूबर को सुबह 6:15 बजे तक
श्राद्ध का समय: दिन में 11:30 बजे से 03:30 बजे तक
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FIRST PUBLISHED : September 27, 2024, 11:11 IST