Friday, November 15, 2024
HomeReligionकब है इस साल का पहला सोम प्रदोष व्रत? शिव पूजा के...

कब है इस साल का पहला सोम प्रदोष व्रत? शिव पूजा के लिए मिलेगा 2 घंटे का समय, जानें मुहूर्त, महत्व

इस साल का पहला सोम प्रदोष व्रत वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को है. सोमवार के दिन प्रदोष व्रत का होना बहुत ही अच्छा माना जाता है क्योंकि सोमवार के दिन भगवान भोलेनाथ की पूजा की जाती है और प्रदोष व्रत भी उनको ही समर्पित है. सोम प्रदोष व्रत के दिन शिव आराधना करने से मनोकामनाएं पूरी होती हैं. इस साल सोम प्रदोष व्रत के दिन शिव पूजा के लिए आपको 2 घंटे का ही समय प्राप्त होगा. तिरुपति के ज्योतिषाचार्य डॉ. कृष्ण कुमार भार्गव से जानते हैं कि साल का पहला सोम प्रदोष व्रत किस तारीख को है? शिव पूजा का शुभ मुहूर्त क्या है?

कब है पहला सोम प्रदोष व्रत 2024?
पंचांग के अनुसार, प्रदोष व्रत के लिए आवश्यक वैशाख मा​ह के शुक्ल पक्ष की ​त्रयोदशी तिथि 20 मई दिन सोमवार को 03 बजकर 58 पीएम से शुरू होगी. ​इस तिथि की समाप्ति 21 मई दिन मंगलवार को शाम 05 बजकर 39 मिनट पर होगी. त्रयोदशी तिथि में प्रदोष काल 20 मई को प्राप्त हो रहा है, इस वजह से साल का पहला सोम प्रदोष व्रत 20 मई को रखा जाएगा.

ये भी पढ़ें: अपने घर वृषभ में शुक्र करेगा प्रवेश, कर्क समेत 6 राशिवाले होंगे मालामाल! होगा प्रेम विवाह, धन लाभ, इंक्रीमेंट

सोम प्रदोष व्रत 2024 मुहूर्त
20 मई के दिन सोम प्रदोष व्रत के अवसर पर शिव पूजा के लिए आपको 2 घंटे का शुभ समय प्राप्त होगा. जो लोग व्रत रखेंगे, वे शाम को 07 बजकर 08 मिनट से शुभ मुहूर्त में भगवान शिव की पूजा कर सकते हैं. यह पूजा मुहूर्त रात 09 बजकर 12 मिनट तक रहेगा.

सोम प्रदोष व्रत के दिन का ब्रह्म मुहूर्त 04:05 एएम से 04:46 एएम तक है. वहीं दिन का शुभ मुहूर्त यानी अभिजीत मुहूर्त 11 बजकर 50 एएम से दोपहर 12 बजकर 45 मिनट तक है.

सिद्धि योग और चित्रा नक्षत्र में पहला सोम प्रदोष व्रत
साल का पहला सोम प्रदोष व्रत सिद्धि योग और चित्रा नक्षत्र में है. सोम प्रदोष व्रत के दिन चित्रा नक्षत्र प्रात:काल से लेकर पूरी रात तक है. वहीं सिद्धि योग प्रात:काल से लेकर दोपहर 12 बजकर 11 मिनट तक रहेगा. उसके बाद से व्यतीपात योग होगा.

ये भी पढ़ें: बुध गोचर आज, 4 राशिवालों की बढ़ सकती है टेंशन, गुप्त शत्रु होंगे हावी, षडयंत्र, धन संकट करेगा परेशान!

सोम प्रदोष व्रत पर रुद्राभिषेक का सुंदर संयोग
इस साल सोम प्रदोष व्रत के दिन रुद्राभिषेक का सुंदर संयोग बना है. उस दिन शिववास कैलाश पर सुबह से लेकर दोपहर 03 बजकर 58 मिनट तक है. उसके बाद से शिववास नंदी पर है. जो लोग अपने और परिवार की उन्नति, सुख एवं शांति के लिए सोम प्रदोष के दिन रुद्राभिषेक कराना चाहते हैं, वे सुबह से इसका कार्यक्रम शुरू करा सकते हैं.

सोम प्रदोष व्रत का महत्व
प्रदोष व्रत करने और शिव पूजा करने से व्यक्ति के सभी दुखों और संकट का नाश होता है. शिव कृपा से जीवन में सुख, समृद्धि, धन, संपदा, संतान आदि की प्राप्ति होती है. सोम प्रदोष व्रत करने से व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं.

Tags: Dharma Aastha, Lord Shiva, Religion


Home

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Most Popular