Riyan Parag: भारत ने बुधवार को दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में बांग्लादेश को दूसरे टी20 मुकाबले में 86 रनों से हरा दिया. इस जीत के साथ ही भारत ने तीन मैचों की सीरीज पर अजेय बढ़त बना ली. मैच के दौरान एक ऐसा मौका आया जब रियान पराग (Riyan Parag) के विवादित गेंदबाजी एक्शन के कारण उनकी गेंद को अंपायर ने नो बॉल करार दिया. इसको लेकर इंटरनेट पर चर्चा छिड़ गई है. बांग्लादेश की पारी के दौरान 11वें ओवर में अपना पहला ओवर फेंकते हुए पराग ने चौथी गेंद पर कुछ अलग करने का फैसला किया.
युवाओं ने किया कमाल का प्रदर्शन
रियान पराग ने एक अजीबोगरीब स्लिंग एक्शन आजमाया, जो कुछ हद तक भारत के पूर्व बल्लेबाज केदार जाधव के वाइड एक्शन जैसा था. यह चाल उल्टी पड़ गई, क्योंकि पराग पिच ट्रामलाइन से बाहर चले गए और उन्होंने देखा कि गेंद नो-बॉल थी. क्रिकेट के जानकारों की मानें तो वह क्रिकेट के नियमों के तहत नो बॉल ही थी. हालांकि सूर्यकुमार यादव की अगुवाई वाली भारतीय टीम को इससे कोई खास फर्क नहीं पड़ा और भारत ने अपने पड़ोसी पर आसान जीत दर्ज की. युवा खिलाड़ियों ने कमाल का प्रदर्शन किया.
What was that Riyan Parag ? 🤣🤣#INDvsBAN pic.twitter.com/JAOTn2mLZM
— sajid (@NaxirSajid32823) October 9, 2024
क्या कहता है नियम
इंग्लैंड के प्रसिद्ध मैरीलेबोन क्रिकेट क्लब (एमसीसी) द्वारा निर्धारित क्रिकेट नियमों के नियम 21.5 में इसके बारे में उल्लेख है. नियम में कहा गया है कि गेंदबाज का पिछला पैर रिटर्न क्रीज के अंदर ही रहना चाहिए, न कि पॉपिंग क्रीज के पीछे, जो कि उसकी बताई गई डिलीवरी की विधि के अनुसार है. यदि गेंदबाज के छोर का अंपायर इस बात से संतुष्ट नहीं है कि ये तीनों शर्तें पूरी हो गई हैं, तो वह नो बॉल का संकेत दे सकते हैं. ऐसा ही हुआ और जिस समय पराग का पिछला पैर बाईं ओर सफेद ट्रामलाइन से आगे बढ़ा, उसके वजह से वह नो बॉल हो गई.
पराग ने चटकाया एक विकेट
पराग का पैर न केवल ट्रामलाइन के बाहर पड़ा, बल्कि वह पिच के बाहर भी पड़ा. अम्पायर को दो बार जांच की आवश्यकता पड़ी, लेकिन अंततः उन्होंने इसे नो-बॉल करार दिया. पराग अगली ही गेंद पर अपने सामान्य एक्शन में लौटे और महमूदुल्लाह को अतिरिक्त रन बनाने से रोक दिया. बस दो गेंदों के बाद, मेहदी हसन मिराज ने रियान पराग की गेंद को लॉन्ग-ऑफ पर स्लॉग करने की कोशिश की और सब्सटीट्यूट फील्डर रवि बिश्नोई ने डीप में कैच कर लिया. पराग को मैच में एक विकेट से संतोष करना पड़ा.