Migraine : माइग्रेन यानी सिर में तेज दर्द, यह एक ऐसी पेचीदा बीमारी है जिसमें सिरदर्द इतना तेज होता है कि रोजमर्रा का काम तक करना मुश्किल हो जाता है. दुनिया में लगभग एक अरब लोग इससे पीड़ित हैं. यूं तो इससे राहत पाने के लिए आमतौर पर कई तरह के पेनकिलर इस्तेमाल किये जाते हैं, पर ट्रिपटैन दवाओं का समूह इसके इलाज के लिए सबसे प्रभावी दवा है. ब्रिटिश मेडिकल जर्नल में हाल ही में प्रकाशित एक लेख में यह दावा किया गया है.
निष्कर्ष तक पहुंचने के लिए माइग्रेन के इलाज में इस्तेमाल की जाने वाली 17 दवाओं की प्रभावशीलता की तुलना की गयी है. इसमें चार ट्रिपटैन – इलेट्रिपटैन, रिजेट्रिपटैन, सुमाट्रिपटैन और जोलमिट्रिपटैन सबसे प्रभावी पाये गये हैं. शोधकर्ताओं ने इन चारों दवाओं में से इलेट्रिपटैन को दर्द से तुरंत राहत पाने में सबसे प्रभावी पाया.
इसके बाद रिजेट्रिपटैन, सुमाट्रिपटैन व जोलामिट्रिपटैन का नंबर है. 24 घंटे तक दर्द से राहत के लिए इलेट्रिपटैन और आइब्रूफेन सबसे प्रभावी थे. शोध में लैस्मिडिटान, रिमेजेपेंट व उब्रोजेपेंट को भी शामिल किया गया था, लेकिन वे ट्रिपटैन जितना प्रभावी नहीं पाये गये. ऑक्सफोर्ड विवि के नेतृत्व में हुए इस अध्ययन में 89,000 लोगों ने हिस्सा लिया था.
Migraine : माइग्रेन के इलाज में रामबाण है ट्रिपटैन समूह की दवाएं
ट्रिपटैन दवाओं का एक समूह है, जो विकल्प के रूप में तब दिया जाता है, जब अन्य पेनकिलर राहत दिलाने में विफल हो जाते हैं. ये मस्तिष्क में पाये जाने वाले रसायन सेरोटोनिन की तरह काम करती हैं और दर्द के लिए जिम्मेदार अति सक्रिय नसों को शांत करने में मदद करती है.
ट्रिपटैन विकसित करने में शामिल रहे प्रोफेसर पीटर गोड्सबी ने बताया कि यह दवा जल्द ही शरीर में घुल जाती है और दर्द शुरू होने से पहले उसे रोक देती है. गोड्सबी ने बताया कि इन दवाओं का इस्तेमाल माइग्रेन का दौरा पड़ने पर या उसे टालने के लिए भी किया जाता है.