Reliance Jio IPO: रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन और देश की दिग्गज उद्योगपति मुकेश अंबानी की टेलीकॉम कंपनी रिलायंस जियो (Reliance Jio) जल्द ही बड़ा आईपीओ (IPO) यानी आरंभिक सार्वजनिक निर्गम लाने जा रही है. संभावना यह जाहिर की जा रही है कि रिलायंस जियो इन्फोकॉम लिमिटेड का यह आईपीओ कैलेंडर ईयर 2025 में लिस्टेड हो सकती है. मीडिया की रिपोर्ट में बताया जा रहा है कि रिलायंस जियो करीब 9.35 लाख करोड़ रुपये के आईपीओ की पेशकश करेगी.
2025 में आएगा Reliance Jio का IPO
ब्रोकरेज फर्म जेफरीज के हवाले से एनडीटीवी प्रॉफिट की रिपोर्ट के अनुसार, मुकेश अंबानी की रिलायंस जियो का आईपीओ (Reliance Jio IPO) कैलेंडर वर्ष 2025 में पेश किया जा सकता है. ब्रोकरेज फर्म ने 10 जुलाई के नोट में कहा कि टेलीकॉम कंपनी हाल ही में टैरिफ बढ़ोतरी में अग्रणी भूमिका निभाते हुए फीचर फोन टैरिफ में किसी प्रकार की बदलाव किए बिना मुद्रीकरण और ग्राहक बाजार हिस्सेदारी हासिल करने पर फोकस कर रही है.
Reliance Jio को किया जा सकता है अलग
जेफरीज के इक्विटी विश्लेषक भास्कर चक्रवर्ती ने अपने नोट में कहा है कि रिलायंस जियो का यह आईपीओ 2025 में लिस्ट किया जा सकता है. नोट में कहा गया है कि आईपीओ लाने से पहले रिलायंस जियो को जियो फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड की अलग किया जा सकता है. जेफरीज ने कहा कि कंपनी को अलग करने या आईपीओ की पेशकश के रास्ते पर जाने का निर्णय कम हिस्सेदारी के साथ अलग होने में पूरी तरह से प्राइस हासिल की संभावना के बीच संतुलन बनाने पर निर्भर करता है.
Reliance Jio IPO में रिटेल सेक्टर के लिए 35 फीसदी रिजर्व
जेफरीज के नोट में यह भी कहा गया है कि टेलीकॉम सेक्टर की दिग्गज कंपनी अगर आईपीओ लाती है, तो इसकी होल्डिंग कंपनी का बेहतर नियंत्रण होगा, लेकिन इससे होल्डिंग कंपनी को 20-50 फीसदी की छूट मिलेगी. इसके लिए बड़े पैमाने पर खुदरा निवेशकों को जुटाना होगा. टेलीकॉम कंपनी में 33.7 फीसदी हिस्सेदारी के साथ रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड जियो के 10 फीसदी को लिस्ट करके आईपीओ ला सकती है. हालांकि, आईपीओ का 35 फीसदी रिटेल सेक्टर के लिए रिजर्व रहेगा. इसके लिए खुदरा निवेशकों से बड़े पैमाने पर जुटाना होगा.
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9.35 लाख करोड़ के साथ लिस्ट हो सकता है Reliance Jio IPO
जेफरीज ने अपने नोट में कहा है कि रिलायंस जियो का आईपीओ 9.35 लाख करोड़ के मूल्यांकन के साथ लिस्ट किया जा सकता है. इसका मतलब यह हुआ कि इसकी मूल कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज में 7-15 फीसदी की वृद्धि होगी. नोट में कहा गया है कि अगर रिलायंस जियो को अलग कर दिया जाता है, तो आरआईएल के लिए उचित मूल्य 3,580 रुपये प्रति शेयर होगा. इसका मतलब यह है कि रिलायंस इंडस्ट्रीज 15 फीसदी की वृद्धि होगी, जबकि अगर वे आईपीओ का रास्ता अपनाते हैं, तो रिलायंस इंडस्ट्रीज का बेस प्राइस के मामले में 3,365 रुपये प्रति शेयर तक गिर जाएगा.
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