Black Jaundice : अपने रोजाना जीवन में हम ऐसी बहुत सी खाद्य सामग्रियों का सेवन करते हैं, जिनसे पेट में समस्याएं होने का खतरा बढ़ जाता है. ऐसा होने पर हमारा शरीर कुछ सामान्य लक्षण देता है, जिस पर हम ध्यान नहीं देते हैं. ऐसे लक्षण है थकान, आंखों का पीलापन, पेट में दर्द ,आदि. आपको जानकर काफी हैरानी होगी कि यह सभी लक्षण काले पीलिया या कोलन कैंसर के हो सकते हैं. यह इतना खतरनाक होता है कि लिवर ट्रांसप्लांट की ज़रूरत तक पड़ सकती है. दरअसल, काला पीलिया लीवर की बीमारी है जो संक्रमण से होती है, यह हेपेटाइटिस बी और सी के कॉजिंग एजेंट के कारण होती है.
Black Jaundice : काली पीलिया के कुछ मुख्य लक्षण
लिवर में कार्बन जमा होने के कारण क्रॉनिक हेपिटाइटिस बी होता है जिससे लिवर डैमेज होने और कैंसर जैसे बीमारियों का खतरा हो सकता है. इस बीमारी के कारण पीड़ित का रंग काला पड़ जाता है, इसीलिए इस बीमारी को काला पीलिया या ब्लैक जौंडिस भी कहते हैं. इसके अन्य लक्षणों में शामिल है.
- बुखार
- हमेशा थकान
- आंखों का रंग पीला पड़ना
- पेशाब का रंग पीला होना
- नाखूनों का रंग पीला पड़ना
- जोड़ों में दर्द
- उल्टी
- डायरिया
- पेट में दर्द
Black Jaundice : क्यों होता है काला पीलिया?
काला जॉन्डिस का मुख्य कारण हेपेटाईटिस B और C ही होता है. हेपेटाइटिस बी और C के वायरस लिवर में जाकर परेशानी पैदा करते हैं. इसका इलाज ना होने पर लिवर में कार्बन इकट्ठा होने लगता है और फिर कैंसर, किडनी, और त्वचा रोग जैसी समस्याएं होने का खतरा बढ़ जाता जाता है.
Black Jaundice : कैसे करें ब्लैक जौंडिस से बचाव ?
- यह वायरस शरीर में आमतौर पर रक्त से शरीर में आने पता है इसीलिए जब कभी भी रख लेने की आवश्यकता पड़े तब हेपेटाइटिस बी और सी के वायरस की जांच जरुर कराएं.
- गर्भवती महिलाओं को हेपेटाइटिस बी और सी का टीका अवश्य लगवाएं.
- इस्तेमाल किए हुए इंजेक्शन एवं सिरिंज का उपयोग करने से बचें.