Quant : हाल ही में सबसे अच्छा परफॉर्म कर रही म्यूचुअल फंड कंपनी क्वांट (Quant Mutual Fund) के ऊपर जब से सेबी की गाज गिरी है तब से निवेशकों के मन में अपने पैसों को लेकर चिंता सताने लगी है. लोग अपने पैसों को फर्म से निकालने की सोच रहे हैं. अगर आपके पैसे भी क्वांट के अंदर जमा हैं और आप भी पैसे निकालने की सोच रहे हैं तो यह जानकारी आपके खूब काम आने वाली है . क्वांट म्यूचुअल फंड का AUM पिछले 4 सालों में बहुत तेज़ी से बढ़ा है. 2020 में यह 253 करोड़ रुपये था, लेकिन अब यह करीब 93 हज़ार करोड़ रुपये के पास है. क्वांट फंड हाउस में अभी करीब 80 लाख निवेशकों का पैसा लगा हुआ है जिसमे ज्यादा रिटेल निवेशक हैं.
हर म्यूचुअल फंड स्कीम का टाइम है अलग
क्वांट फंड हाउस में प्रत्येक म्यूचुअल फंड स्कीम के लिए निकासी प्रक्रिया अलग-अलग है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार पिछले महीने किए गए स्ट्रेस टेस्ट के नतीजों देखें तो, स्मॉल-कैप पोर्टफोलियो से 50% फंड निकालने में 28 दिन तक का समय लग सकता है. अगर सिर्फ़ 25% ही निकालना है, तो 14 दिन लगेंगे. कंपनी के मिड-कैप फंड से 50% पोर्टफोलियो के लिए निकासी में 9 दिन और 25% फंड के लिए 5 दिन लग सकते हैं.
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वार्षिक स्टैंडर्ड डेविएशन दिखा रहा है रिस्क
क्वांट मिड कैप फंड के लिए वार्षिक स्टैंडर्ड डेविएशन अब 15.85 है, जो इसके बेंचमार्क के 14.73 से थोड़ा अधिक है. स्मॉल कैप फंड का वार्षिक मानक विचलन भी 18.62 है, जो इसके बेंचमार्क के 18.08 से थोड़ा अधिक है. यह दर्शाता है कि क्वांट फंड हाउस अभी कितना अस्थिर चल रहा है. SEBI के मार्च में दिए गए निर्देश के अनुसार फंड हाउस कंपनियों को अपना मिड और स्मॉल कैप फंड का स्ट्रेस टेस्ट रिजल्ट जारी करना अनिवार्य है, इससे रिस्क समझने और आगे प्लान कर निवेश करने में सहायता मिलती है.
इस प्रकार हुआ है इन्वेस्टमेंट
अगर हम क्वांट के मिड-कैप फंड पर नज़र डालें तो पाएंगे कि करीब 21.45% हिस्सा लार्ज-कैप स्टॉक में, 65.63% मिड-कैप स्टॉक में और बाकी हिस्सा नकद और दूसरे विकल्पों में निवेश किया हुआ है. इसके अलावा, क्वांटिटेटिव स्मॉल कैप फंड का लगभग 24.55% पैसा लार्ज कैप स्टॉक में है, जबकि लगभग 65.93% स्मॉल कैप स्टॉक में है. बाकी, लगभग 9.51%, अन्य प्रकार के विकल्पों में है.
सेबी ने की थी छापेमारी
पिछले शुक्रवार को बाजार विनियामक भारतीय प्रतिभूति एवं विनियामक बोर्ड (SEBI) ने फ्रंट-रनिंग मामले में क्वांट म्यूचुअल फंड के मुंबई और हैदराबाद स्तिथ कार्यालयों पर छापेमारी की थी. इस मामले में क्वांट डीलरों सहित मामले से जुड़े अन्य व्यक्तियों से पूछताछ की खबरें भी सामने आई थीं. इस मामले पर फंड हाउस ने अपने निवेशकों को कहा था कि वे रेगुलेटर के साथ सहयोग करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं .
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