इस साल पितृ पक्ष का प्रारंभ 17 सितंबर को भाद्रपद पूर्णिमा के दिन से हो रहा है. पितृ पक्ष अपने पितरों को संतुष्ट करने का समय है. पितृ पक्ष के दौरान पितरों से जुड़ी कई बातें सामने आती हैं. यदि पितृ पक्ष के समय में लोगों को अपने पितरों से जुड़े सपने आते हैं. कई बार किसी के परिवार में किसी व्यक्ति का निधन हुआ होता है तो वह परिजनों के सपने में आने लगता है. सपनों भी कई तरह के संकेत देते हैं. पितृ पक्ष में आपको अपने पितर दुखी या नाराज दिखते हैं या उनसे आपकी बातचीत होती है तो उसका भी कुछ संकेत है. इस बारे में काशी के ज्योतिषाचार्य चक्रपाणि भट्ट विस्तार से बता रहे हैं.
सपने में पितरों का नाराज या दुखी देखना
ज्योतिषाचार्य भट्ट का कहना है कि गरुड़ पुराण और कर्म विपाक में पितरों से जुड़ी कई बातें बताई गई हैं. यदि आप पितृ पक्ष के समय में अपने पितरों को दुखी, गुस्से में या नाराज देखते हैं तो आपको समझ जाना चाहिए कि वे जहां पर भी हैं, वे परेशान हैं, वे तृप्त नहीं हैं. इस वजह से वे बार-बार आपको सपने में आकर यह संदेश देना चाहते हैं कि आप उनके लिए कुछ करें, ताकि वे तृप्त हो जाएं. पितृ लोक से वे आगे बढ़कर मोक्ष को प्राप्त कर लें.
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सपने में पितरों से बात करना
कई लोगों को आपने यह कहते हुए सुना होगा कि उसके पूर्वज या पितर सपने में आते हैं और उनसे उनकी बातचीत होती है. पितरों का बात करना एक सकारात्मक संकेत माना जाता है. इसका मतलब यह है कि आपका कोई काम जो काफी समय से अटका हुआ है, उसके पूरा होने का समय आ गया है. पितरों के आशीर्वाद से वह काम जल्द ही पूरा हो सकता है.
गर्भवती महिला का पुरुष या महिला पितर का देखना
ज्योतिषाचार्य भट्ट के अनुसार, यदि कोई गर्भवती महिला अपने सपने में किसी पुरुष पितर को देखती है तो इसका यह संकेत होता है कि उसके पुत्र की प्राप्ति होने वाली है. यदि गर्भवती महिला किसी महिला पितर को अपने स्वप्न में देखती है तो इसका अर्थ है कि उसे पुत्री की प्राप्ति होने वाली है, उसके घर लक्ष्मी का आगमन होने वाला है.
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पितृ पक्ष में नाराज पितरों का उपाय
यदि आपने सपने में पितरों को नाराज होते देखा है तो आपको पितृ पक्ष के समय में उनको तृप्त करना चाहिए. तृप्त करने के लिए आप पितृ पक्ष के 16 दिनों में रोज नियमित रुप से जल से तर्पण दें. इसके अलावा आप श्राद्ध, पिंडदान, दान आदि करें. इससे पितर खुश होंगे और आपको उनका आशीर्वाद प्राप्त होगा.
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FIRST PUBLISHED : September 10, 2024, 11:57 IST