PCOS problem: पीसीओएस एक सामान्य स्थिति है जो महिलाओं के हार्मोन को प्रभावित करती है. यह कई परेशानियों जैसे अनियमित मासिक धर्म, बालों का अधिक विकास होना, मुंहासें और बांझपन जैसी परेशानियों का कारण बनती है. यदि महिलाएं गर्भवती होना चाहती हैं तभी इसका इलाज करवाती हैं. जो भी महिलाएं पीसीओएस से जूझ रही होती है उन्हें डायबीटीज और हाई ब्लड प्रेशर का खतरा बना रहता है.
आहार में बदलाव
संतुलित आहार
एक स्वस्थ और संतुलित आहार PCOS के लक्षणों को कम करने में मदद करता है. अपने आहार में ताजे फल, सब्जियां, पूरे अनाज, और प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थ शामिल करें. जंक फूड, मीठा और प्रोसेस्ड फूड से बचें.
लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स फूड
लो जी आई फूड खाने से ब्लड शुगर लेवल नियंत्रित रहता है. ओट्स, क्विनोआ, ब्राउन राइस जैसे खाद्य पदार्थों का सेवन करें.
अधिक फाइबर
फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ खाने से हार्मोनल संतुलन बनाए रखने में मदद मिलती है. ब्रोकली, गाजर, फलियां और बीन्स आदि का सेवन करें.
नियमित व्यायाम
नियमित व्यायाम PCOS के लक्षणों को कम करने का एक प्रभावी तरीका है. यह वजन को नियंत्रित रखने और इंसुलिन संवेदनशीलता बढ़ाने में मदद करता है.
एरोबिक एक्सरसाइज- तेज चलना, दौड़ना, साइकिल चलाना, और तैराकी जैसे एरोबिक व्यायाम करें. यह हार्मोनल संतुलन को सुधारने में मदद करता है.
योग और मेडिटेशन- योग और मेडिटेशन से तनाव कम होता है और हार्मोनल संतुलन सुधरता है. प्रतिदिन कम से कम 30 मिनट योग करें.
हर्बल उपाय
मेथी के बीज
मेथी के बीज इंसुलिन संवेदनशीलता बढ़ाते हैं और हार्मोन संतुलन बनाए रखते हैं. एक गिलास पानी में रात भर मेथी के बीज भिगोएं और सुबह इसका सेवन करें.
तुलसी के पत्ते
तुलसी के पत्तों में एंटी-एंड्रोजन गुण होते हैं जो हार्मोन संतुलन में मदद करते हैं. प्रतिदिन 5-10 तुलसी के पत्तों का सेवन करें.
अश्वगंधा
अश्वगंधा तनाव को कम करने और हार्मोन संतुलन बनाए रखने में मदद करता है. अश्वगंधा पाउडर का सेवन करें या इसे गर्म पानी में मिलाकर पीएं.
आयुर्वेदिक उपचार
त्रिफला
त्रिफला आयुर्वेदिक औषधि है जो पाचन को सुधारने और शरीर को डिटॉक्सीफाई करने में मदद करता है. इसका नियमित सेवन लाभकारी हो सकता है.
शतावरी
शतावरी हार्मोन संतुलन बनाए रखने और प्रजनन स्वास्थ्य को सुधारने में मदद करती है. शतावरी चूर्ण का सेवन करें.
तनाव प्रबंधन
अच्छी नींद
पर्याप्त नींद लेना हार्मोन संतुलन बनाए रखने में महत्वपूर्ण है. प्रतिदिन 7-8 घंटे की नींद लें.
ध्यान और श्वास व्यायाम
ध्यान और श्वास व्यायाम से तनाव कम होता है और मानसिक शांति मिलती है. प्रतिदिन 15-20 मिनट ध्यान करें.
घरेलू उपचार
अदरक और शहद
अदरक में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो सूजन को कम करते हैं. अदरक का रस और शहद मिलाकर सेवन करें.
दालचीनी
दालचीनी इंसुलिन संवेदनशीलता बढ़ाने में मदद करती है. अपने आहार में दालचीनी शामिल करें या इसका चाय बनाकर पीएं.
नियमित जांच
PCOS से ग्रसित महिलाओं को नियमित रूप से डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए और स्वास्थ्य जांच करानी चाहिए. इससे बीमारी की स्थिति पर नज़र रखी जा सकती है और उचित उपचार प्राप्त किया जा सकता है.
PCOS को प्रबंधित करना मुश्किल हो सकता है, लेकिन इन प्राकृतिक उपायों को अपनाकर आप इसके लक्षणों को काफी हद तक कम कर सकते हैं. संयम और धैर्य के साथ इन उपायों को अपनाएं और एक स्वस्थ जीवनशैली जीएं.
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