Pakistan Violence: जेल में बंद पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के समर्थकों की मंगलवार को पुलिस से हुई झड़पों में छह सुरक्षाकर्मी मारे गये और कई अन्य घायल हो गये. सरकारी मीडिया के अनुसार हिंसक प्रदर्शन के कारण अर्धसैनिक बल के चार जवान और पुलिस के दो कर्मी मारे गए. जबकि 100 से अधिक सुरक्षाकर्मी घायल हो गए.
हिंसा को देखते हुए शूट एट साइट का आदेश
हिंसा के बाद संघीय सरकार ने मंगलवार को इस्लामाबाद में सेना तैनात करने के साथ ही उन्हें आदेश दिए गए हैं कि उपद्रवियों को देखते ही गोली मार दी जाए.
हिंसा को दबाने के लिए सेना को उतारा गया
पाकिस्तान ने तनावपूर्ण स्थिति के मद्देनजर सेना को तैनात किया हुआ है. इधर इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के समर्थकों ने इस्लामाबाद के डी-चौक स्थल की ओर जाने वाले रास्ते में लगाये गये अवरोधकों को हटा दिया. जिसके बाद पुलिस के साथ झड़प शुरू हो गई. ‘जियो न्यूज’ के फुटेज में खान के समर्थक डी-चौक की ओर जाने वाली सड़कों पर रखे शिपिंग कंटेनरों पर चढ़ते हुए दिखाई दिए. डी-चौक कई महत्वपूर्ण सरकारी इमारतों राष्ट्रपति भवन, प्रधानमंत्री कार्यालय, संसद और उच्चतम न्यायालय के करीब स्थित है.
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इमरान खान की पत्नी बुशरा बीबी ने प्रदर्शनकारियों को किया संबोधित
इमरान खान की पत्नी बुशरा बीबी ने प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि वे तभी यहां से जाएं जब खान खुद आकर अगली कार्रवाई के बारे में बताएं.
इमरान खान ने 24 नवंबर तक देशव्यापी प्रदर्शन का किया था आह्वान
पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान (72) पिछले वर्ष अगस्त से जेल में हैं. उन्होंने 13 नवंबर को 24 नवंबर को देशव्यापी प्रदर्शन करने का आह्वान किया था. उन्होंने कथित तौर पर चोरी किये गये जनादेश, लोगों की गिरफ्तारी और 26वें संशोधन के पारित होने की निंदा की थी.