Israel-Hamas war: इजरायल-हमास युद्ध में एक नया मोड़ सामने आ गया है. इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के खिलाफ अपने ही देश में प्रदर्शन शुरू हो गया है. हमास ने इजरायली लोगों को बंधक बनाकर रखा है. आम जनता में इजरायली बंधकों की रिहाई को लेकर पहले से ही आक्रोश था. अब 6 बंधकों की लाश मिली है. देश के सबसे बड़े व्यापार संघ ने गाजा में बंधकों की लाश मिलने के बाद इजरायली सरकार के खिलाफ हड़ताल का ऐलान कर दिया है.
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इजरायली सरकार ने युद्ध विराम के लिए हां नहीं कहा तो बहुत देर हो जाएगी
इजरायल का व्यापार संघ हिस्साद्रुस्त देश के करीब 8 लाख कर्मचारियों का प्रतिनिधित्व करता है. इसमें परिवहन, स्वास्थ्य और बैंकिंग जैसे कई सेक्टर शामिल हैं. 11 महीने की युद्ध में पहली बार ऐसा होगा जब 8 लाख कर्मचारी का इतना बड़ा जन सैलाब अपने प्रधानमंत्री के खिलाफ सड़कों पर उतर आया है. इस व्यापार संघ के हड़ताल का मकसद युद्ध विराम को बढ़ावा देना है ताकि गाजा में युद्ध विराम हो सके और हमास आतंकी बाकी बचे हुए बंधकों की रिहाई कर दें. बंधक अपने घर सुरक्षित लौट जाए. इस संगठन ने कहा कि गाजा की सुरंग में बंधकों की लाश मिली है और अब अगर इजरायली सरकार ने युद्ध विराम के लिए हां नहीं कहा तो बहुत देर हो जाएगी और इस तरह सभी मारे जाएंगे.
रोते बिलखते दिखे लोग
अक्टूबर 2023 को इजरायल हमास के बीच युद्ध शुरू होने के बाद यह पहली बार होगा जब इजरायल में इतनी बड़ी हड़ताल हुई है. गाजा में बंधकों की लाश मिलने के बाद हजारों की संख्या में लोग शोकाकुल और नाराज हो गए और सड़कों पर उतर आए. लोग अपने प्रधानमंत्री के खिलाफ नारे लगाते हुए नजर आए और प्रदर्शन के दौरान कई लोग रोते हुए भी नजर आए. उन्होंने मांग की कि प्रधानमंत्री बेंजामिन बाकी बंधकों को वापस घर लाने के लिए हमास के साथ युद्ध विराम करें.
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