2024 के लोकसभा चुनाव में एनडीए को मिले पूर्ण बहुमत के बाद नरेंद्र मोदी 9 जून रविवार के दिन लगातार तीसरी बार पीएम पद का शपथ ग्रहण करने वाले हैं. 7 जून को हुए एनडीए की बैठक में सर्वसम्मति से उनको लोकसभा में सदन का नेता चुना लिया गया. अब रविवार के शपथ ग्रहण के लिए तैयारियां चल रही हैं. रविवार 9 जून का दिन बेहद शुभ है क्योंकि इस दिन 6 शुभ संयोग बन रहे हैं. श्री कल्लाजी वैदिक विश्वविद्यालय के ज्योतिष विभागाध्यक्ष डॉ मृत्युञ्जय तिवारी से जानते हैं कि पीएम मोदी के शपथ ग्रहण वाले दिन कौन-कौन से शुभ संयोग बन रहे हैं?
पीएम मोदी के शपथ ग्रहण के दिन 6 शुभ संयोग
ज्योतिषाचार्य डॉ. तिवारी के अनुसार, रविवार 9 जून के दिन 5 शुभ संयोगों में पहला है वृद्धि योग, दूसरा है पुनर्वसु नक्षत्र, तीसरा है रवि पुष्य योग, चौथा है रवि योग, पांचवा सर्वार्थ सिद्धि योग और छठा है तृतीया तिथि.
1. वृद्धि योग
शपथ ग्रहण के दिन वृद्धि योग प्रात:काल से लेकर 05:21 पी एम तक है, उसके बाद से ध्रुव योग होगा. वृद्धि योग में आप जो भी कार्य करते हैं, उसके फल में वृद्धि होती है. वहीं ध्रुव योग भी शुभ योगों में शामिल है.
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2. रवि पुष्य योग
9 जून को रवि पुष्य योग बन रहा है, जो 08:20 पीएम से 10 जून को प्रात: 05:23 ए एम तक रहेगा. रविवार के दिन जब पुष्य नक्षत्र होता है तो रवि पुष्य योग बनता है. इस योग में आप जो भी शुभ कार्य करते हैं, वह सफल सिद्ध होता है. इस योग में देव गुरु बृहस्पति और सूर्य दोनों का शुभ प्रभाव देखने को मिलता है.
3. रवि योग
रविवार के दिन रवि योग भी बन रहा है. जो शाम 08:20 पी एम से अगले दिन 05:23 ए एम तक है. इस योग में सूर्य का प्रभाव अधिक होता है और इसमें सभी प्रकार के दोष दूर होते हैं.
4. सर्वार्थ सिद्धि योग
शपथ ग्रहण के दिन बनने वाला सर्वार्थ सिद्धि योग बहुत ही शुभ फलदायी है. इस योग में आप जो भी कार्य करेंगे, वह सफल सिद्ध होता है. ऐसी ज्योतिष मान्यता है. सर्वार्थ सिद्धि योग 08:20 पी एम से लेकर 10 जून को प्रात: 05:23 ए एम तक है.
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5. पुनर्वसु नक्षत्र
ज्योतिषशास्त्र में पुनर्वसु नक्षत्र को सभी नक्षत्रों में शुभ माना जाता है. 9 जून को पुनर्वसु नक्षत्र सुबह से लेकर रात 08:20 पी एम तक है. पुनर्वसु नक्षत्र नए कार्यों के प्रारंभ के लिए अच्छा माना जाता है.
6. तृतीया तिथि
इस दिन ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि है, जो 9 जून को 03:44 पी एम तक है. उसके बाद से चतुर्थी तिथि प्रारंभ होगी. तृतीया तिथि की देवी मां गौरी हैं और चतुर्थी तिथि के देव गणेश जी हैं. तृतीया तिथि महिलाओं के विकास के लिए अच्छी मानी जाती है और चतुर्थी में गणेश जी शुभता प्रदान करते हैं.
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FIRST PUBLISHED : June 8, 2024, 10:07 IST