एक बार फिर देवेंद्र फणनवीस संभाल रहे महाराष्ट्र की कमान.भाजपा ने 288 में से जीती 235 सीटें.
Kundali Of Devendra Fadnavis : कुछ ही समय में BJP के देवेंद्र फडनवीस मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने वाले हैं. ये वो मौक़ा है जब देश भर के लोगों की नज़र महाराष्ट्र में हाल ही में हुए चुनावों पर टिकी हुई है. इस चुनाव का नतीजा यह निकला कि महाराष्ट्र में 288 सीटों पर BJP ने 235 सीटें जीतकर एक बार फिर सत्ता अपने हाथों में ले ली है. 22 जुलाई 1970 में जन्में देवेंद्र फणनवीस की कुंडली में इस समय केतु में शनि की दशा में शपथ ग्रहण समारोह होने जा रहा है. कैसा रहेगा उनका अगले 5 वर्षों का कार्यकाल इसके बारे में जानेंगे भोपाल निवासी ज्योतिषी एवं वास्तु सलाहकार पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा से.
विवादों से होगा सामना!
22 जुलाई 1970 को सुबह 10 बजकर 45 मिनट पर सुबह नागपुर महाराष्ट्र में देवेंद्र फणनवीस का जन्ज्योम हुआ. तिषी के अनुसार देवेंद्र फडनवीस की कुंडली में विपरीत राजयोग के चलते विवादों से उनका सामना हो सकता है. क्योंकि उनकी जन्मकुंडली कन्या लगने की है और लाभ के ग्यारहवें भाव में बुध की शब्द दशा से वे 2014-2019 नवंबर तक महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रहे.
यह भी पढ़ें – बनने जा रही हैं दुल्हन? अपनी राशि अनुसार चुनें लहंगा, कुंडली में ग्रहों की मजबूत स्थिति से दांपत्य जीवन होगा सुखमय!
ऐसे बने उप मुख्यमंत्री
उसके बाद 2019 के चुनावों में केतु में शुक्र की दशा रही जिसकी वजह से वे सत्ता से बाहर हो गए लेकिन साल 2022 जुलाई में शिवसेना से बग़ावत करके एकनाथ शिंदे ने भी BJP से हाथ मिलाया और देवेंद्र फडणवीस उप मुख्यमंत्री पद पर है रहे.
पंडित जी कहते हैं फडणवीस की शपथ ग्रहण कुंडली वृषभ लग्न की है जिसमें कृषि के कारक ग्रह शनि दसवें घर में बैठे हैं जो तीसरे घर में बैठे ऋण के कारक ग्रह मंगल की आठवीं दृष्टि के प्रभाव में हैं. इस योग के कारण फडणवीस सरकार जल्द ही किसानों की ऋण माफ़ी और छोटे किसानों को आर्थिक सहायता देने के अपने वादे पर बहुत जल्दी कार्म कर सकती है. शपथ ग्रहण कुंडली के अनुसार शुक्र लग्नेश हो कर चन्द्रमा से मिलकर नवम भाव में बैठे हैं. शुक्र और चंद्रमा पर पड़ रही सप्तमेश मंगल की दृष्टि से महा युति सरकार की महिलाओं को आर्थिक सहायता देने वाली ‘लाडली बहन योजना’ जारी रहेगी लेकिन महायुति के दलों में इसका श्रेय लेने के लिए बड़े मतभेद पैदा हो सकते हैं. शपथ ग्रहण कुंडली के अनुसार नवांश में चन्द्रमा, गुरु, मंगल और बुध की केंद्रीय स्थिति सरकार की स्थिरता के लिए काफ़ी अच्छी है. वृषभ लग्न की शपथ ग्रहण कुंडली में सहयोगी दलों के तीसरे घर में मंगल नीच के हैं और ग्याहरवें भाव में राहु के बैठे हैं जिसके कारण बीच-बीच में कुछ तनाव और उहा-पोह की स्थिति भी बनती दिखाई देगी. इसके अलावा चतुर्थेश सूर्य का पंचमेश बुध के साथ बन रहा राजयोग सातवें घर में है. इस बुध-आदित्य योग के प्रभाव से युवाओं के लिए फणनवीस सरकार जल्दी कुछ सरकारी नौकरियों के अवसर ला सकती है.
यह भी पढ़ें – विवाह के बाद रसोई में दुल्हन से सबसे पहले क्यों बनवाते हैं मीठा? बेहद खास है ये रिवाज, जानें महत्व
इस योग से बने फिर सीएम
अब जब भी केतु में शनि की दशा चल रही है तो देवेंद्र फड़नवीस को फिर मुख्यमंत्री बनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है, लेकिन इस बार उन्हें कई बड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा. क्योंकि शनि उनकी कन्या लगने की कुंडली में पांचवें भाव में बैठा है और छठे भाव का स्वामी होकर अष्टम भाव में विपरीत राजयोग बना रहा है. यही योग व्यक्ति को असाधारण जीत दिलाकर मुख्यमंत्री पद तक दिला सकता है. देवेंद्र फड़नवीस की कुंडली में विवाद के छठे भाव में राहु और चंद्रमा की युति कुंभ राशि में है जिससे वर्तमान में शनि का गोचर उनको किसी तरह के विवाद में फँस आ सकता है
Tags: Astrology, Devendra Fadnavis, Dharma Aastha, Maharashtra Elections
FIRST PUBLISHED : December 5, 2024, 17:35 IST