Saturday, November 23, 2024
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कब है कन्या पूजा? जानें तारीख, मुहूर्त, सुकर्मा योग, कुमारी पूजा के फायदे

नवरात्रि में कन्या पूजा का विशेष महत्व है. इसे कुमारी पूजा और कंजक पूजा के नाम से भी जानते हैं. दुर्गा अष्टमी और महानवमी के दिन कन्या पूजा करने का विधान है. वैसे जो लोग पूरी नवरात्रि व्रत रखते हैं, वे प्रत्येक दिन कन्या पूजा कर सकते हैं. इस समय शारदीय नवरात्रि चल रही है और हर ओर माता के जयकारे लग रहे हैं. घरों में कलश स्थापना के बाद से मां दुर्गा की पूजा हो रही है. कन्याओं को मां दुर्गा का स्वरूप माना जाता है, इसलिए नवरात्रि में कन्या पूजा करते हैं. इस बार शारदीय नवरात्रि में कन्या पूजा कब है? पूजा का मुहूर्त और महत्व क्या है? इसे बारे में विस्तार से बता रहे हैं काशी के ज्योतिषाचार्य चक्रपाणि भट्ट.

किस दिन है कन्या पूजा 2024?
ऋषिकेश पंचांग के अनुसार, इस साल अश्विन शुक्ल अष्टमी तिथि 10 अक्टूबर गुरुवार को सुबह 7 बजकर 29 मिनट पर लगेगी और 11 अक्टूबर शुक्रवार को सुबह 5 बजकर 47 मिनट पर खत्म हो रही है. 11 अक्टूबर को सूर्योदय 6 बजकर 13 मिनट पर हो रहा है. ऐसे में दुर्गा अष्टमी 10 अक्टूबर को मनाई जाएगी और महा नवमी 11 अक्टूबर को होगी. इस आधार पर कन्या पूजा 10 अक्टूबर को दुर्गा अष्टमी के दिन होगी. जिनके यहां नवमी को कन्या पूजा होती है, वे 11 अक्टूबर को करेंगे.

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कन्या पूजा 2024 मुहूर्त
दुर्गा अष्टमी को कन्या पूजा के दिन ब्रह्म मुहूर्त 04:40 ए एम से 05:30 ए एम तक है. आप सुबह में मां महागौरी की पूजा करें. उसके बाद कन्याओं को पूजा के लिए आमंत्रित करें. पूजा के लिए आप 2 से 9 संख्या तक कन्याओं को बुला सकते हैं. अष्टमी को शुभ-उत्तम मुहूर्त 07:44 ए एम से 09:13 ए एम तक है.

वहीं महा नवमी को ब्रह्म मुहूर्त 04:41 ए एम से 05:30 ए एम तक है. वैसे सुबह में 06:20 बजे से लेकर 10:41 बजे तक अच्छा समय है. पूरे दिन सुकर्मा योग है.

3 शुभ योग में है कन्या पूजा 2024
इस बार नवमी को कन्या पूजा के लिए 3 शुभ योग बन रहे हैं. सुकर्मा योग, रवि योग और सर्वार्थ सिद्धि योग. लेकिन कन्या पूजा के समय सुकर्मा योग ही प्राप्त होगा, जो पूजा पाठ और अन्य मांगलिक कार्यों के लिए अच्छा माना जाता है.

कन्या पूजा के दिन सुकर्मा प्रात:काल से लेकर 12 अक्टूबर को तड़के 02:47 बजे तक रहेगा. वहीं सर्वार्थ सिद्धि योग और र​वि योग अष्टमी तिथि में 12 अक्टूबर को सुबह 5 बजकर 25 मिनट से सुबह 6 बजकर 20 मिनट तक है.

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कन्या पूजा के फायदे
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, नवरात्रि में कन्या पूजा करने से मां दुर्गा प्रसन्न होती हैं और उनका आशीर्वाद मिलता है. जो व्यक्ति कन्या पूजा करता है, उसे ऐश्वर्य, ज्ञान, बुद्धि, विद्या, अष्टलक्ष्मी, धन, वैभव और सुख की प्राप्ति होती है. इस दिन 1 से लेकर 9 कन्याओं तक की पूजा का विधान है. ​जितनी संख्या में कन्या की पूजा करते हैं, वैसा ही आपको फल प्राप्त होता है.

कन्या पूजा 2024 शुभ चौघड़िया मुहूर्त
दुर्गा अष्टमी
शुभ-उत्तम मुहूर्त: 07:44 ए एम से 09:13 ए एम तक
चर-सामान्य मुहूर्त: 12:09 पी एम से 01:37 पी एम तक
लाभ-उन्नति मुहूर्त: 01:37 पी एम से 03:06 पी एम तक
अमृत-सर्वोत्तम मुहूर्त: 03:06 पी एम से 04:34 पी एम तक

महा नवमी
चर-सामान्य मुहूर्त: 06:20 ए एम से 07:47 ए एम
लाभ-उन्नति मुहूर्त: 07:47 ए एम से 09:14 ए एम
अमृत-सर्वोत्तम मुहूर्त: 09:14 ए एम से 10:41 ए एम
शुभ-उत्तम मुहूर्त: 12:08 पी एम से 01:34 पी एम
चर-सामान्य मुहूर्त: 04:28 पी एम से 05:55 पी एम

Tags: Dharma Aastha, Durga Puja festival, Navratri festival, Religion


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