Saturday, November 23, 2024
HomeReligionकौन हैं कल्कि? वे किसके होंगे अंतिम अवतार? भारत में कहां होगा...

कौन हैं कल्कि? वे किसके होंगे अंतिम अवतार? भारत में कहां होगा उनका जन्म? जानें ये 7 महत्वपूर्ण बातें

हिंदू धर्म ग्रंथों में क​ल्कि अवतार के बारे में वर्णन मिलता है. जिसके बारे में कहा गया है कि भगवान विष्णु का अंतिम अवतार कलयुग में क​ल्कि के रूप में होगा. वैदिक विश्वविद्यालय के ज्योतिष विभागाध्यक्ष डॉ मृत्युञ्जय तिवारी बताते हैं कि श्रीमद्भागवत के 12वें स्कंध के दूसरे अध्याय में कल्कि अवतार के बारे में वर्णन मिलता है. कहा जाता है कि कलयुग का अंत करने के लिए भगवान कल्कि का अवतार लेंगे और दुष्टों का नाश करेंगे. उसके बाद से ही सतयुग का प्रारंभ हो जाएगा. स्कंद पुराण में भी क​ल्कि अवतार के बारे में बताया गया है. उत्तर प्रदेश के संभल में कल्कि धाम का निर्माण हो रहा है. आइए जानते हैं भगवान विष्णु के कल्कि अवतार के बारे में 7 महत्वपूर्ण बातें.

कल्कि अवतार की महत्वपूर्ण बातें

1. श्रीमद्भागवत के अनुसार, भगवान क​ल्कि का जन्म भारत के संभल गांव में होगा. वहां के ब्राह्मण विष्णुयश के घर पर भगवान विष्णु का क​ल्कि अवतार होगा. विष्णुयश उदार हृदय और भक्ति भावना से युक्त व्यक्ति होंगे.

2. भगवान क​ल्कि के अवतार का वर्णन करते हुए बताया गया है कि वे तेज दौड़ने वाले सफेद घोड़े देवदत्त पर सवार होकर तलवार से दुष्टों का संहार करेंगे और धर्म की रक्षा करेंगे.

ये भी पढ़ें: क्या आपके पितर हैं नाराज? लाइफ में होने वाली ये 7 घटनाएं देती हैं संकेत, आषाढ़ अमावस्या पर उन्हें करें प्रसन्न

3. आगे बताया गया है कि भगवान क​ल्कि के रोम-रोम से अतुलनीय तेज की किरणें चमक रही होंगी. वे अपने घोड़े पर सवार होकर पूरी पृथ्वी पर भ्रमण करेंगे. वे सभी दैवीय गुणों से संपन्न होंगे.

4. वे राजा के भेष में छिपे हुए अत्याचारियों का दमन करेंगे. उन दुष्टों का अंत करेंगे, जो धर्म और सज्जनता का ढोंगे करेंगे.

5. जब वे पृथ्वी के सभी दुष्टों का संहार कर देंगे, तो वहां के लोगों का हृदय पवित्र और निर्मल हो जाएगा. उन लोगों के हृदय में भगवान वासुदेव विराजमान होंगे.

ये भी पढ़ें: पवन कल्याण ले रहे वाराही दीक्षा, 11 दिनों तक नहीं खाएंगे अन्न, जमीन पर सोएंगे, कठिन हैं नियम, जानें इसके 6 लाभ

6. भगवान कल्कि जब अवतार लेंगे, उस समय से ही सतयुग का प्रारंभ हो जाएगा. उस समय के सभी जीव सत्व गुण से भर जाएंगे.

7. पुष्य नक्षत्र के पहले पल में जब सूर्य, चंद्रमा और बृहस्पति एक ही समय एक साथ एक राशि पर आएंगे, उसी समय से सतयुग प्रारंभ हो जाएगा.

Tags: Dharma Aastha, Lord vishnu, Religion


Home

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Most Popular