Kalawa Astro Tips: सनातन धर्म में देवी-देवताओं की पूजा और व्रत का विशेष महत्व है. पूजा के दौरान आपने देखा होगा कि पुजारी हाथों में कलावा बांधते हैं. मान्यता है कि हाथ में कलावा बांधने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि हाथ के अलावा तुलसी, शमी, पीपल, केला और बरगद के पेड़ पर कलावा क्यों बांधा जाता है? ज्योतिषविदों की मानें तो अलग-अलग पेड़ पौधों के लिए अलग-अलग पूजा पद्धत्ति और नियम हैं. अब सवाल है कि आखिर हाथ के अलावा इन तुलसी, शमी और पीपल में कलावा क्यों बांधते हैं? जीवन से इसका क्या है जुड़ाव? इस बारे में News18 को बता रहे हैं उन्नाव के ज्योतिषाचार्य ऋषिकांत मिश्र शास्त्री-
हाथ में कलावा बांधने के क्या फायदे
ज्योतिषाचार्य के अनुसार, लाल कलावा कच्चा सूत होता है, जो पवित्र होता है. हाथ में कलावा बांधने से यह हमारे लिए रक्षा कवच की भांति काम करता है. माना जाता है कि पूजा-अर्चना के बाद विधिवत बांधे गए कलावे में कई प्रकार की सकारात्मक ऊर्जा या दैवीय शक्तियां होती हैं. हाथ में कलावा बांधने से ये सकारात्मक ऊर्जा निगेटिव एनर्जी और बुरी नजर से हमारी रक्षा करती हैं. इसीलिए कलावा को रक्षा सूत्र भी कहा जाता है.
इन पवित्र पौधों में कलावा बांधने की खास वजह
तुलसी: ज्योतिषाचार्य ऋषिकांत मिश्र बताते हैं कि, हिंदू धर्म में तुलसी के पौधे की पूजा का बहुत महत्व बताया गया है. तुलसी के पौधे को बहुत पवित्र माना गया है. हिंदू घरों में तुलसी के पौधे को लगाकर उसका विधिवत पूजन करने का विधान है. मान्यताओं के अनुसार तुलसी के पौधे के आगे रोजाना दीपक जलाने और तुलसी में कलावा बांधने से तुलसी मैया की कृपा प्राप्त होती है. तुलसी में कलावा बांधने से घर में आने वाली विपत्ति दूर होती है.
शमी: हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार शमी भगवान शिव को अत्यंत प्रिय है. साथ ही यह शनिदेव को भी प्रिय है. शनिदेव और भगवान शिव की कृपा पाने के लिए शमी के पौधे की पूजा करने को।कहा जाता है. शनि के दोष से बचने के लिए शमी के पौधे को घर में लगाने की सलाह दी जाती है. इसके अलावा यदि शमी के पौधे को कलावा बांधा जाता है तो इससे शनिदेव बेहद प्रसन्न होते हैं. इस उपाय से घर में राहु का दुष्प्रभाव भी कम होता है.
पीपल: हिंदू धर्म में पीपल के पेड़ को बहुत पवित्र बताया गया है. मान्यता है कि पीपल के पेड़ में ब्रह्मा, विष्णु और भगवान शिव का वास होता है. शास्त्रों में पीपल के पेड़ की पूजा करने के बारे में बताया गया है. मान्यता के अनुसार यदि कोई व्यक्ति मंगलवार और शुक्रवार के दिन पीपल के पेड़ की पूजा कर उसमें कलावा बांधता है तो इससे उसके घर में सकारात्मकता आती है. इस उपाय से घर से नकारात्मकता दूर होती है.
केला: शास्त्रों में केले के पेड़ को बहुत ही शुभ माना गया है. मान्यता है कि केले के पेड़ में भगवान विष्णु का वास होता है. मान्यताओं के मुताबिक अगर केले के पेड़ की पूजा के साथ उसमें कलावा भी बांधा जाए तो ऐसा करने से भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है. यदि कलावा गुरुवार के दिन बांधा जाए तो इससे बृहस्पति देव भी बेहद खुश होते हैं और अपना आशीर्वाद देते हैं.
बरगद: शास्त्रों में बरगद के पेड़ की पूजा करने के बारे में बताया गया है.वट सावित्री व्रत के दौरान महिलाएं बरगद के पेड़ की विधिवत पूजा करती हैं. मान्यता है कि बरगद के पेड़ की पूजा करने के बाद उसमें कलावा बांधने से सुहागिन स्त्रियों के सुहाग की रक्षा होती है. इससे अकाल मृत्यु जैसे योग टल जाते हैं.
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FIRST PUBLISHED : December 11, 2024, 12:30 IST