मासिक कालाष्टमी व्रत हर माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को रखा जाता है. हर माह में केवल एक ही कालाष्टमी व्रत होता है. इस दिन भगवान रुद्र के अंश काल भैरव की पूजा करते हैं. काल भैरव तंत्र और मंत्र के देवता हैं. इनकी पूजा करने से नकारात्मक शक्तियों का अंत हो जाता है. हर प्रकार की नकारात्मकता से व्यक्ति को मुक्ति मिल सकती है. इस समय पौष का महीना है. पौष की मासिक कालाष्टमी के दिन 4 शुभ योगों का निर्माण हो रहा है. तिरुपति के ज्योतिषाचार्य डॉ. कृष्ण कुमार भार्गव से जानते हैं कि पौष मासिक कालाष्टमी कब है? मासिक कालाष्टमी पूजा मुहूर्त और शुभ योग कौन कौन से हैं?
दिसंबर कालाष्टमी व्रत 2024 तारीख
हिंदू कैलेंडर के अनुसार, मासिक कालाष्टमी व्रत के लिए जरूरी पौष माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि 22 दिसंबर को दोपहर 2 बजकर 31 मिनट से प्रारंभ होगी. इस तिथि का समापन 23 दिसंबर को शाम 5 बजकर 7 मिनट पर होगा. निशिता मुहूर्त के आधार पर मासिक कालाष्टमी व्रत 22 दिसंबर रविवार को रखा जाएगा.
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4 शुभ योग में है मासिक कालाष्टमी व्रत
22 दिसंबर को मासिक कालाष्टमी व्रत के दिन 4 शुभ योग बन रहे हैं. उस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग, त्रिपुष्कर योग, आयुष्मान योग और सौभाग्य योग बनेंगे. पौष मासिक कालाष्टमी के दिन सर्वार्थ सिद्धि योग पूरे दिन बना हुआ है, वहीं त्रिपुष्कर योग सुबह 07:10 बजे से लेकर दोपहर 02 बजकर 31 मिनट तक रहेगा. सर्वार्थ सिद्धि योग में किए गए कार्य सफल होते हैं, जबकि त्रिपुष्कर योग में किए गए कार्यों का तीन गुना फल मिलता है.
व्रत के दिन आयुष्मान योग प्रात:काल से लेकर शाम 7 बजे तक रहेगा. उसके बाद से सौभाग्य योग बनेगा. ये दोनों योग भी शुभ माने जाते हैं. कालाष्टमी के दिन उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र प्रात:काल से लेकर पूर्ण रात्रि तक है.
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मासिक कालाष्टमी 2024 मुहूर्त
मासिक कालाष्टमी व्रत वाले दिन का ब्रह्म मुहूर्त प्रात: 5 बजकर 21 मिनट से प्रात: 6 बजकर 16 मिनट तक रहेगा. उस दिन का शुभ मुहूर्त यानी अभिजीत मुहूर्त 11 बजकर 59 मिनट से दोपहर 12 बजकर 41 मिनट तक है.
मासिक कालाष्टमी पर काल भैरव की पूजा का निशिता मुहूर्त रात 11 बजकर 53 मिनट से देर रात 12 बजकर 48 मिनट तक है. इस समय में लोग तंत्र और मंत्र की सिद्धि के लिए काल भैरव की पूजा करते हैं.
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FIRST PUBLISHED : December 19, 2024, 15:17 IST