Tuesday, December 17, 2024
HomeReligionकब है गंगा दशहरा? सर्वार्थ सिद्धि समेत बनेंगे 3 शुभ योग, जानें...

कब है गंगा दशहरा? सर्वार्थ सिद्धि समेत बनेंगे 3 शुभ योग, जानें स्नान-दान का समय, महत्व

गंगा दशहरा का पावन पर्व ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को मनाया जाता है. गंगा दशहरा को गंगा अवतरण दिवस के रूप में भी मनाते हैं. इस दिन वाराणसी में गंगा नदी की पूजा करते हैं. गंगा स्नान के बाद दान करने का विधान है. गंगा दशहरा के दिन प्रयागराज के साथ हरिद्वार, गढ़मुक्तेश्वर, ऋषिकेश आदि जगहों पर पूजा पाठ किया जाता है. इस बार गंगा दशहरा के दिन 3 शुभ योगों का निर्माण हो रहा है. तिरुपति के ज्योतिषाचार्य डॉ. कृष्ण कुमार भार्गव से जानते हैं कि गंगा दशहरा कब है? गंगा दशहरा पर कौन से शुभ योग बन रहे हैं? गंगा दशहरा का महत्व क्या है? गंगा दशहरा पर स्नान और दान का शुभ समय क्या है?

किस दिन है गंगा दशहरा 2024?
हिंदू कैलेंडर के अनुसार, गंगा दशहरा के लिए आवश्यक ज्येष्ठ शुक्ल दशमी तिथि 16 जून रविवार को 02:32 ए एम से शुरू हो रही है. इस तिथि का समापन 17 जून सोमवार को 04:43 ए एम पर होगा. उदयातिथि की मान्यता के अनुसार, इस साल गंगा दशहरा 16 जून को है. गंगा दशहरा के बाद निर्जला एकादशी का व्रत होगा.

ये भी पढ़ें: निर्जला एकादशी पर बन रहे 3 शुभ संयोग, पारण वाले दिन 5 बातें हैं विशेष, नोट कर लें व्रत की तारीख

3 शुभ योग में गंगा दशहरा 2024
इस साल गंगा दशहरा वाले दिन 3 शुभ योगों का निर्माण हो रहा है. उस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग सुबह में 05:23 बजे से 11:13 बजे तक रहेगा. उसके साथ ही अमृत सिद्धि योग 05:23 ए एम से 11:13 ए एम तक है. इन दोनों के अलावा पूरे दिन रवि योग बना रहेगा. ये तीनों ही योग शुभ फलदायी होते हैं.

गंगा दशहरा 2024 स्नान-दान समय
16 जून को गंगा दशहरा वाले दिन आप ब्रह्म मुहूर्त यानी 04:03 ए एम से 04:43 ए एम के बीच गंगा स्नान कर सकते हैं. इसके अलावा आप चाहें तो सुबह 05:23 बजे से 11:13 बजे के बीच भी स्नान कर सकते हैं. इस समय तीन शुभ योगों का लाभ आपको प्राप्त हो सकता है.

गंगा स्नान करने के बाद मां गंगा की पूजा करें. ​उसके बाद अपनी क्षमता के अनुसार किसी गरीब ब्राह्मण को अन्न, वस्त्र, जल आदि का दान करें. ज्येष्ठ माह में जल का दान करने से महापुण्य की प्राप्ति होती है.

ये भी पढ़ें: पीएम मोदी 9 जून को करेंगे शपथ ग्रहण, 6 शुभ संयोग से यह दिन बना बेहद खास, पंडित जी से जानें पूरी बात

गंगा दशहरा का महत्व
पौराणिक कथाओं के अनुसार, राजा भगीरथ की कठोर तपस्या के फलस्वरुप मां गंगा ज्येष्ठ शुक्ल दशमी तिथि को भगवान शिव की जटाओं से होगा पृथ्वी पर अवतरित हुई थीं, इस वजह से इस दिन को गंगा अवतरएा दिवस के रूप में भी मनाते हैं. गंगा दशहरा या गंगा अवतरण दिवस गंगा जयंती नहीं है. गंगा दशहरा के दिन मां गंगा पृथ्वी पर आईं और राजा भगीरथ के 60 हजार पूर्वजों को मोक्ष प्रदान किया.

Tags: Dharma Aastha, Ganga Snan, Religion


Home

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Most Popular