Tuesday, December 17, 2024
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ज्येष्ठ पूर्णिमा पर करें ज्योतिष के 5 आसान उपाय, चंद्र दोष होगा दूर, लाइफ में आएगी सुख-समृद्धि

ज्येष्ठ पूर्णिमा का व्रत आज 21 जून शुक्रवार को है, वहीं ज्येष्ठ पूर्णिमा का स्नान और दान 22 जून शनिवार को होगा. पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ पूर्णिमा तिथि आज सुबह 07:31 बजे से लेकर कल शनिवार को सुबह 06:37 बजे तक है. ज्येष्ठ पूर्णिमा का चंद्रोदय आज शाम 07:04 बजे होगा और उसका अस्त कल सुबह 05:11 बजे होगा. चंद्रमा की पूजा आज शाम को होगी, वहीं जिसे पूर्णिमा का स्नान करना है, वह शुक्ल योग में ब्रह्म मुहूर्त के समय 04:04 ए एम से 04:44 ए एम के बीच कर सकता है. सूर्योदय बाद भी यह स्नान कर सकते हैं. ज्येष्ठ पूर्णिमा व्रत और स्नान के दोनों दिन कुंडली के चंद्र दोष को दूर करने के लिए अच्छा है. तिरुपति के ज्योतिषाचार्य डॉ. कृष्ण कुमार भार्गव से जानते हैं कि ज्येष्ठ पूर्णिमा पर चंद्र दोष को दूर करने के उपाय क्या हैं?

ज्येष्ठ पूर्णिमा 2024: चंद्र दोष दूर करने के 5 उपाय

1. चंद्रमा की पूजा
ज्येष्ठ पूर्णिमा व्रत के दिन आपको उपवास रखकर शाम के समय में चंद्रमा की पूजा करनी चाहिए. इसके लिए आप चंद्रोदय होने पर सबसे पहले चंद्रमा के दर्शन करें. फिर चांदी के एक गिलास में पानी और कच्चा दूध ले लें. उसमें सफेद फूल, सफेद चंदन और अक्षत् डालकर चंद्रमा को अर्घ्य दें.

चंद्रमा को अर्घ्य देने का मंत्र
गगनार्णवमाणिक्य चन्द्र दाक्षायणीपते। गृहाणार्घ्यं मया दत्तं गणेशप्रतिरूपक॥

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2. चंद्रमा के बीज मंत्र का जाप
कुंडली के चंद्र दोष को दूर करने के लिए चंद्रमा के बीज मंत्र ओम सों सोमाय नम: का जाप करें. इसके लिए आपको मोती की माला का उपयोग करना चाहिए.

3. चंद्रमा धारण करें
चंद्रमा के दोष से बचने के लिए व्यक्ति को चांदी का बना हुआ चंद्रमा गले में धारण करना चाहिए. इस चंद्रमा को आप सफेद धागे में या चांदी के चेन में पहन सकते हैं. चंद्रमा को आप सोमवार के दिन या किसी भी पूर्णिमा को धारण कर सकते हैं.

4. मोती और चांदी पहनें
ज्योतिष के अनुसार चंद्रमा का शुभ धातु चांदी और शुभ रत्न मोती है. कुंडली के चंद्र दोष को दूर करने के लिए आप चांदी के आभूषण पहन सकते हैं. इसके अलावा चांदी और मोती से बनी अंगूठी भी पहन सकते हैं. इससे भी आपको लाभ होगा. हालां​कि मोती और चांदी कितने रत्ती का होना चाहिए, इसके लिए आपको किसी योग्य ज्योतिषाचार्य से संपर्क करना चाहिए.

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5. ज्येष्ठ पूर्णिमा स्नान के बाद करें दान
ज्येष्ठ पूर्णिमा के स्नान वाले दिन आपको शुभ समय में स्नान करना चाहिए. उसके बाद सफेद वस्त्र पहनें. चंद्रमा की पूजा करें. फिर अपनी क्षमता के अनुसार सफेद कपड़े, चावल, चीनी, मोती, चांदी यानी चंद्रमा की प्रिय वस्तुओं का दान किसी गरीब ब्राह्मण को करें. इन वस्तुओं का दान करने से भी चंद्र दोष दूर हो सकता है. पूर्णिमा के अलावा दान के लिए सोमवार दिन भी शुभ होता है.

Tags: Astrology, Dharma Aastha, Religion


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