आमिर खान के बेटे जुनैद खान और उनकी बहन आयरा खान को हमेशा लाइमलाइट से दूर रखा गया. हाल ही में जुनैद ने अपनी मां रीना दत्ता के बारे में खुलकर बात की. उन्होंने बताया कि रीना दत्ता ने हमेशा यह कोशिश की कि उनके बच्चे मीडिया और पब्लिक अटेंशन से दूर रहें. आइए जानते हैं क्या थी इसकी वजह.
जुनैद और आयरा को मिली अच्छी परवरिश
जुनैद खान ने अपनी हालिया फिल्म ‘महाराज’ से बॉलीवुड में डेब्यू किया है और उन्हें काफी सराहना मिल रही है. एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि उनकी मां रीना दत्ता ने उन्हें और उनकी बहन आयरा को बहुत अच्छी परवरिश दी है. जुनैद ने बताया कि उनकी मां ने हमेशा उन्हें अपने डिसीजन खुद लेने दिए और उन्हें एक स्वतंत्र व्यक्ति बनने में मदद की.
लाइमलाइट से दूर रखने का कारण
जुनैद ने बताया कि रीना दत्ता चाहती थीं कि उनके बच्चे एक सामान्य जीवन जिएं और उन पर पब्लिक अटेंशन का दबाव न हो. उस समय सोशल मीडिया भी इतना सक्रिय नहीं था जितना कि आज है, इसलिए बच्चों को लाइमलाइट से दूर रखना आसान था. रीना चाहती थीं कि उनके बच्चे अपनी मर्जी से अपना करियर चुनें और किसी भी प्रकार के बाहरी दबाव से मुक्त रहें.
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‘महाराज’ फिल्म की सफलता
जुनैद खान की पहली फिल्म ‘महाराज’ को दर्शकों और क्रिटिक्स से खूब तारीफ मिल रही है. इस फिल्म में उन्होंने एक समाज सुधारक करसनदास मुलजी का किरदार निभाया है. फिल्म की कहानी 1862 के महाराज मानहानि मामले पर आधारित है. जुनैद के अलावा फिल्म में जयदीप अहलावत, शालिनी पांडे और शरवरी भी मुख्य किरदार में हैं.
फिल्म पर विवाद
फिल्म ‘महाराज’ पर विवाद भी हुआ जब वैष्णव संप्रदाय के सदस्य फिल्म पर बैन लगाने के लिए गुजरात उच्च न्यायालय चले गए थे. इस पर निर्देशक मल्होत्रा पी सिद्धार्थ और जुनैद खान ने कहा कि फिल्म किसी को ठेस पहुंचाने के इरादे से नहीं बनाई गई है. यह एक व्यक्ति की विचारधारा के बारे में है न कि पूरे समुदाय के बारे में.
जुनैद खान और आयरा खान को लाइमलाइट से दूर रखने की रीना दत्ता की सोच ने उन्हें एक मजबूत और स्वतंत्र व्यक्तित्व दिया है. ‘महाराज’ की सफलता ने यह साबित कर दिया कि जुनैद में बेहतरीन अभिनय क्षमता है और वे भविष्य में और भी बेहतर प्रदर्शन करेंगे.
रीना दत्ता की यह सोच कि उनके बच्चे पब्लिक अटेंशन से दूर रहें, शायद आज के समय में और भी महत्वपूर्ण साबित हो रही है, जब सोशल मीडिया का दबाव पहले से कहीं ज्यादा है.
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