किसी भी देश के खेल प्रशंसक अपनी टीम के प्रति काफी जुनूनी होते हैं. वे इतने ज्यादा जज्बाती होते हैं, कि हिंसा करने से भी पीछे नहीं हटते. कई बार ये हिंसा लोगों की मृत्यु का कारण भी बन जाती है. यूरोप के तुलनात्मक रूप से शांत देशों में भी मैच के दौरान हिंसा हो जाती है. फुटबाल मैच के दौरान इस तरह की घटनाएं ज्यादा ही देखने को मिलती हैं. ताजा मामला जमैका के किंग्सटन में देखने को मिली जब लाइव मैच के दौरान दो गुटों में भिड़ंत हो गई. इस संघर्ष में 5 लागों की मौत की खबर सामने आई है तथा कई लोग घायल बताए जा रहे हैं.
22 अक्टूबर को जमैका में एक फुटबॉल मैच के दौरान गोलीबारी में पांच लोगों की मौत हो गई और कई घायल हो गए. पुलिस ने यह जानकारी साझा की. पुलिस ने संवाददाताओं को बताया कि गोलीबारी सोमवार देर रात किंग्सटन की राजधानी में एक मैच के दौरान हुई. किंग्स्टन ईस्टर्न पुलिस के प्रमुख अधीक्षक टॉमिली चेम्बर्स ने बताया कि गोलीबारी की घटना रात 8 बजे घटी. चैंबर्स ने कहा कि सात लोगों को गोली मारी गई और पांच लोगों की मौत हो गई, जिनमें से 4 लोगों की पहचान कर ली गई है. हालांकि यह पता नहीं चल सका है कि इस गोलीबारी में कितने लोग घायल हुए हैं. पुलिस गोलीबारी के कारणों का पता लगा रही है. जमैका ऑब्जर्वर ऑनलाइन के हवाले से यह बात सामने आई है कि यह जगह अतीत में भी हिंसा का शिकार रही है.
जमैका के ग्लीनर अखबार के मुताबिक यह फुटबॉल मैच प्लेजेंट हाइट्स में आयोजित किया जा रहा था और यह अतीत में हिंसा से जूझ चुका है.गोलीबारी के बाद पुलिस ने इलाके में 48 घंटे का कर्फ्यू लागू कर दिया। क्रिस गेल (Chris Gayle) का जन्म जमैका में ही हुआ है. उन्होंने वेस्ट इंडीज की टीम से खेलते हुए पूरे विश्व में जमैका को एक अलग पहचान बनाई है.