जयपुर ग्रामीण. इस बार ज्येष्ठ माह की शुरुआत शुभ हुई है. यह महीना आराधना के लिए विशेष फलदायी माना गया है. ज्येष्ठ का महीना भगवान सूर्य, शनि देव, जल के देवता वरुण देव और पवनपुत्र को समर्पित है. ज्येष्ठ का महीना अब 23 जून तक रहेगा. अखंड सौभाग्य की कामना को लेकर सुहागिन महिलाएं ज्येष्ठ कृष्ण अमावस्या से युक्त रोहिणी नक्षत्र और धृति योग में वट सावित्री का व्रत कर रही हैं.
वट सावित्री व्रत पर सुहागिन महिलाएं बरगद के वृक्ष की पूजा कर देवी सावित्री के त्याग, पति प्रेम और पतिव्रत धर्म का स्मरण करती हैं. यह व्रत स्त्रियों के लिए सौभाग्यवर्धक पापहारक, दुख प्राणनाशक और धन-धान्य प्रदान करने वाला होता है.
आज है दुर्लभ संयोग
पंडित घनश्याम शर्मा ने बताया ज्येष्ठ कृष्ण अमावस्या को वट सावित्री का व्रत पुण्य फल देने वाला संयोग बना है. आज सूर्यपुत्र शनि की जयंती, रोहिणी नक्षत्र एवं धृति योग भी है. इस दिन शनि ग्रह की शांति के लिए इसका बड़ा महात्म्य है.
18 दिन का रहेगा चातुर्मास
इस बार 17 जुलाई को देवशयनी एकादशी से चातुर्मास शुरू हो रहा है. समापन 11 नवंबर को देवउठनी एकादशी पर होगा. चातुर्मास 118 दिन यानी चार माह का रहेगा. पिछले साल अधिकमास के कारण दो श्रावण मास थे. इस साल 30 दिन कम यानी चार माह का चातुर्मास रहने के कारण सभी बड़े त्योहार पहले आ रहे हैं.
ज्येष्ठ मास के शुभ दिन
2 जून – अपरा एकादशी
4 जून -प्रदोष व्रत
– 6 जून वट सावित्री व्रत, शनि जयंती
– 9 जून महाराणा प्रताप जयंती
-10 जून चतुर्थी व्रत
-15 जून – महेश नवमी
-16 जून – गंगा दशहरा
-17 जून – निर्जला एकादशी
-22 जून को स्नान पूर्णिमा है.
Tags: Astrology, Jaipur latest news today, Local18
FIRST PUBLISHED : June 6, 2024, 14:13 IST