Video: सीरिया में बड़ा उलटफेर हो चुका है. सत्ता में एक दशक तक काबिज रहने वाले बशर अल असद का शासन खत्म हो गया है. असद अब रूस की शरण में हैं. सत्ता के उलटफेर में सबसे ज्यादा नुकसान रूस को झेलना पड़ा है. साल 2015 में रूस ने अपने हजारों सैनिक भेजकर बशर अल-असद का समर्थन किया था. इस मदद के पीछे रूस का मकसद मध्य पूर्व में अपना दबदबा बनाने का था. अब लगता है रूस का प्रोजेक्ट सीरिया खत्म हो गया है. असद के तख्तापलट से रूसी विदेश नीति को तगड़ा झटका लगा है. इस कड़ी में सवाल उठ रहे हैं कि सीरिया में जो रूस के सैन्य अड्डे और रणनीतिक ठिकाने हैं उनका क्या होगा. हालांकि रूस के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि उनके अड्डे फिलहाल हाई अलर्ट पर हैं. वहीं रूस ने दावा किया है कि सीरिया की ओर से उनकी सुरक्षा का वादा भी किया गया है. हालात जो भी हो आने वाले समय में सीरिया में अपने ठिकानों को कायम रखना रूस के लिए बड़ी चुनौती साबित हो सकती है. ऐसे में यह भी कहा जा सकता है कि सीरिया में असद का पतन रूस के लिए एक बड़ा रणनीतिक झटका है. देखें वीडियो