IND vs AUS: पांच मैचों की बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का पहला टेस्ट जीतकर भारतीय टीम कैनबरा पहुंच चुकी है. टीम इंडिया को यहां 2 दिन का अभ्यास मैच खेलना है. प्रधानमंत्री एकादश के खिलाफ दिन रात का यह मुकाबला गुलाबी गेंद से खेला जाएगा. इस मैच से पहले भारत और ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम को ऑस्ट्रेलिया की संसद में स्वागत समारोह के लिए आमंत्रित किया गया. ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथोनी अल्बनीजी से मुलाकात के दौरान भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने भारतीय टीम को उनसे रूबरू करवाया. अल्बनीज ने इस दौरान पर्थ टेस्ट में टीम की जीत के नायक रहे जसप्रीत बुमराह और विराट कोहली की प्रशंसा की. इसके बाद रोहित ने ऑस्ट्रेलियन संसद में अपना संबोधन भी दिया.
कप्तान रोहित ने ऑस्ट्रेलियाई संसद में अपने भाषण में कहा, “भारत और ऑस्ट्रेलिया के संबंध क्रिकेट और लोगों को लेकर काफी बढ़िया रहे हैं. हम इस देश में सालों से क्रिकेट खेलने आते रहे हैं. ऑस्ट्रेलिया के लोग और यहां की संस्कृति ने हमें खूब लुभाया है. ऑस्ट्रेलिया में क्रिकेट खेलना हमेशा से काफी चुनौतीपूर्ण रहा है. हमने ऑस्ट्रेलिया में पिछले हफ्ते सफलता पाई है और टेस्ट जीता है. हम इसी लय को बरकरार रखना चाहेंगे, साथ ही यहां के माहौल का आनंद लेना चाहते हैं. मैं उम्मीद करता हूं हम अगले मैचों में भारत और ऑस्ट्रेलियाई फैंस का भरपूर मनोरंजन कर पाएंगे. यहां आना सम्मान की बाद है.” रोहित ने ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री को धन्यावाद कहते हुए अपनी बात समाप्त की.
भाषण में 33 बार रही अ.. आ.. की भरमार
रोहित के भाषण के वीडियो को rushiii_12 नाम के एक्स यूजर ने साझा किया. रोहित ने कुल 2.03 मिनट का संबोधन किया. लेकिन उनके इस संबोधन में ठहराव की भरमार रही. रोहित ने अपने भाषण में कुल 33 बार अ.. आ.. से अपने वाक्य को शुरू किया. इसको लेकर जनता ने रोहित को टोकना शुरू कर दिया. किसी ने कहा कि ‘और फिर भाषण में अ अ अ आ गया’. एक यूजर ने कहा कि ‘टीम इंडिया सोच रही होगी, जल्दी बोल कल एडिलेड निकलना है’. एक और यूजर ने कहा कि 33 बार आ आ कहा है, ट्रस्ट न हो तो काउंट कर लो. हालांकि कई लोग कप्तान रोहित का समर्थन करते भी नजर आए.
रोहित की बॉडी लैंग्वेज भी कर रही थी नर्वसनेस का इशारा!
रोहित शर्मा ने कई बार मैच जीतने के 70-80 हजार लोगों के बीच अपनी बात रखी है. लेकिन इस भाषण के दौरान ऐसा लगा कि वे थोड़ा नर्वस हैं. वे अपनी बात जल्द से जल्द समाप्त करना चाह रहे थे और ज्यादातर समय आई कांटैक्ट से भी बच रहे थे. हालांकि यह साफ नहीं हो पा रहा कि क्या वे अपना भाषण लिख कर ले गए थे? क्योंकि पूरे समय रोहित ने सामने देखकर ही संबोधित किया. पब्लिक के बीच भाषण देना सामान्य बात नहीं होती. विशेष कर तब जब आप किसी सम्मानित स्थान पर संबोधन कर रहे हों. यह नर्वसनेस कई कारण से हो सकती है. पिट्सबर्ग यूनीवर्सिटी की एक रिपोर्ट के अनुसार स्पीच एंक्जाइटी एक सामान्य बात है. कई बार बहुत सारे अनुभवी लोग भी भाषण देते समय नर्वस हो जाते हैं.
रोहित शर्मा ने टी20 विश्वकप जीतने के बाद महाराष्ट्र की विधानसभा में संबोधन किया था. उस भाषण में रोहित ने मराठी भाषा में संबोधित करते समय पूरा आत्मविश्वास दिखाया था. अपनी उपलब्धियों और साथी खिलाड़ियों के प्रदर्शन की भी सराहना की. हो सकता है, कि रोहित उस समय अपने क्रिकेट की सर्वोच्च उचाईयों पर थे. लेकिन अभी रोहित अपने प्रदर्शन को लेकर संघर्ष कर रहे हैं और उनका क्रिकेट में बुरा दौर उन पर हावी हो रहा है. हालांकि रोहित दूसरा टेस्ट शुरू होने से पहले 25 नवंबर को टीम से जुड़ गए थे. गुलाबी गेंद से होने वाला कैनबरा टेस्ट 30 नवंबर से और एडिलेड टेस्ट 6 दिसंबर से शुरू होगा. रोहित शर्मा वापस टीम से जुड़ गए हैं और वे इन दोनों मैचों में टीम की कमान संभालते नजर आएंगे.