Hyundai : रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, देश की दूसरी सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी हुंडई मोटर्स इंडिया इस साल अपना अब तक का सबसे बड़ा आईपीओ लोंच करने की संभावना पर विचार कर रही है. कंपनी आईपीओ के ज़रिए 21,000-25,000 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य लेकर चल रही है. इन दो दशकों में भारत में सार्वजनिक होने वाली यह पहली कार निर्माण कंपनी बन जाएगी. इस से पहले मारुति सुजुकी 2003 में आईपीओ लॉन्च करने वाली सबसे हालिया कार निर्माता कंपनी थी.
अब तक का सबसे बड़ा आईपीओ होने की उम्मीद
हुंडई का आने वाला आईपीओ अब तक का सबसे बड़ा आईपीओ होने की उम्मीद है, जिसकी अनुमानित कीमत 21,000-25,000 करोड़ रुपये है. तुलना के लिए, इस साल की शुरुआत में एलआईसी का आईपीओ 21,008 करोड़ रुपये का था, पिछले साल पेटीएम का 18,300 करोड़ रुपये का था, 2010 में कोल इंडिया का 15,199 करोड़ रुपये का था और 2017 में जीआईसी का 11,175 करोड़ रुपये का था. चर्चा है कि इस आईपीओ का 50% क्यूआईबी के लिए, 35% खुदरा निवेशकों के लिए और 15% एनआईआई के लिए रिजर्व रखा जा सकता है.
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हुंडई का रहा है ओटोमोबाइल मार्केट में जलवा
दक्षिण कोरिया की हुंडई मोटर्स, जिसने 1996 में भारत में अपने दरवाजे खोले थे, अब वित्त वर्ष 24 में पीवी बिक्री की मात्रा के मामले में देश की दूसरी सबसे बड़ी कार निर्माता बन गई है. विभिन्न खंडों में कुल 13 वाहन लॉन्च करने के साथ, वे अब भारत में ईवी और चार्जिंग स्टेशन शुरू करने की तैयारी कर रहे हैं. हुंडई पिछले एक साल से सार्वजनिक होने की योजना बना रही है और उम्मीद है कि वह जल्द ही सेबी को ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) जमा करेगी.मारुति सुजुकी, महिंद्रा एंड महिंद्रा और टाटा मोटर्स पहले से ही भारत के ऑटो सेक्टर में सूचीबद्ध हैं. मारुति वर्तमान में देश की सबसे मूल्यवान ऑटो कंपनी है, जिसके बाद महिंद्रा एंड महिंद्रा और टाटा मोटर्स का नंबर आता है.
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