Hypertension Issues in Women : हाइपरटेंशन या उच्च रक्तचाप लिंग से संबंधी बीमारी नहीं है, उसके बावजूद पुरुषों के तुलना में महिलाओं में इसकी संभावना ज्यादा पाई गई है. और यहां तक ही नहीं महिलाओं में लगभग आधी मौतों का जिम्मेदार भी हाइपरटेंशन ही होता है. चलिए महिलाओं में हाई ब्लड प्रेशर के के खतरे को बढ़ाने वाले कुछ कारकों के बारे में विस्तार से जानते हैं.
Hypertension Issues in Women : महिलाओं में हाई ब्लड प्रेशर के पांच कारण
रजोनिवृत्ति या मेन्यूपॉज
मेन्यूपॉज के दौरान महिलाओं के शरीर में कई हार्मोनल परिवर्तन हो रहे होते हैं और जिससे इनका वजन बढ़ जाता है. और आहार में ज्यादा नमक के सेवन से रक्तचाप असंतुलित होने लगता है, जिससे उच्च रक्तचाप की समस्या पैदा हो सकती है. मेनूपॉज के लिए कुछ प्रकार की हार्मोन थेरेपी ली जाती है, इससे भी हाई ब्लड प्रेशर के होने का खतरा बढ़ जाता है.
प्रजनन स्वास्थ्य
पहला पीरियड्स मासिक धर्म और प्रजनन संबंधी विकार जैसे कि गर्भाशय में फाइब्रॉयड पस एंडोमेट्रियोसिस गर्भावस्था स्तनपान प्रेगनेंसी के वक्त होने वाला मधुमेह जैसे कारक भी हाइपरटेंशन के लिए जिम्मेदार हो सकते हैं.
मोटापा या अधिक वजन
अगर आपका वजन बहुत ज्यादा है और आप मोटापे से का शिकार है तो आपके लिए हाइपरटेंशन का खतरा बढ़ जाता है क्योंकि शरीर में अधिक चर्बी की वजह से रक्त वाहिकाओं में ब्लॉकेज की समस्या हो सकती है जो हाई ब्लड प्रेशर का कारण बनती है.
मदिरा का सेवन करना
अधिक मदिरा पान करने से और धूम्रपान करने से मोटापा और तनाव बढ़ जाता है, जिसकी वजह से हाइपरटेंशन या हाई ब्लड प्रेशर की समस्या भी हो सकती है.
स्ट्रेस या तनाव
स्टडी के अनुसार यह भी पाया गया है की महिलाएं जरूर से ज्यादा तनाव लेती है और आजकल के समय में उनमें खुद को साबित करने की एक होड़ भी होती है इसलिए वह बहुत ज्यादा मानसिक प्रेशर से गुजरती है जिसकी वजह से वह तनाव एवं अवसाद का शिकार हो जाती है जिसकी वजह से उम्र बढ़ाने के साथ-साथ वह हाइपरटेंशन और हाई बीपी का शिकार हो सकती हैं.