Monday, October 28, 2024
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भोजन करने के बाद धोते हैं थाली में हाथ? अन्नपूर्णा देवी होंगी नाराज, घर में आएगी कंगाली, खाते समय न करें ये 9 गलतियां

Bhojan Karne ke niyam: हम सभी प्रतिदिन भोजन करते हैं. कोई सोफे पर बैठकर हाथ में प्लेट लेकर खाता है तो कोई डाइनिंग टेबल पर तो कुछ लोग फर्श पर बैठकर आराम से भोजन करने का आनंद उठाते हैं. धार्मिक शास्त्रों में हर काम को करने का एक सही नियम बताया गया है और कुछ ऐसी चीजों को करना वर्जित बताया गया है जो आपको नुकसान पहुंचा सकता है. जीवन पर नेगेटिव असर डाल सकता है. क्या आप जानते हैं कि भोजन करने से संबंधित भी हिंदू धार्मिक शास्त्रों में कई महत्वपूर्ण नियम बताए गए हैं, जिनके बारे में शायद ही लोग जानते हैं या उन नियमों का पालन करते हैं. जानते हैं ज्योतिषाचार्य, न्यूमेरोलॉजिस्ट और एस्ट्रो वास्तु विशेषज्ञ डॉ. गौरव कुमार दीक्षित से कि खाना खाते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए और कौन सी गलतियां नहीं करनी चाहिए.

भोजन करने के नियम और कौन सी गलतियां न करें

1. हिंदू धर्म में अन्न को पूजनीय कहा गया है. अन्न का अनादर करने से अन्नपूर्णा देवी नाराज हो सकती हैं. आप पाप के भोगी बन सकते हैं. जो भोजन करने के नियमों का पालन करते हैं, वे तरक्की करते हैं. उनके घर बरकत होती है. देवी अन्नपूर्णा की कृपा सदा बरसती है. डॉ. गौरव कुमार दीक्षित कहते हैं कि हर किसी को भोजन करते समय अपने चेहरे को उत्तर या फिर पूर्व दिशा की तरफ करके बैठना चाहिए. कभी भी खाते समय दक्षिण दिशा की तरफ मुख करके न बैठें.

2. कुछ लोगों की आदत होती है कि वे खाना खाते समय बार-बार पानी पीते रहते हैं. ऐसा बिल्कुल न करें. पानी पीना भी हो तो अपने दाहिने हाथ से पिएं. इससे सौभाग्य में वृद्धि होती है.

3. कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो भोजन ग्रहण करने बाद थाली में ही अपना हाथ धोने लगते हैं. भोजन की थाली में हाथ धोना अशुभ माना जाता है. इससे अन्नपूर्णा देवी रूष्ट हो जाती हैं. आपके जीवन में कई तरह की कठिनाइयां आ सकती हैं.

4. खाना शुरू करने से पहले आप एक निवाला जरूर निकाल दें. इस निवाले को भोजन करने के बाद में पक्षियों को खिला दें. माना जाता है कि ऐसा करने से हमेशा बरकत बनी रहती है.

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5. कई बार जब घर में अधिक लोग आते हैं तो भोजन एक साथ करते हैं. ऐसे में बिस्तर या फर्श पर खाते समय थाली के नीचे अख़बार रख देते हैं. ऐसा करने से आपका राहु ख़राब होता है. जीवन में कई तरह की परेशानियां आनी शुरू हो जाती हैं. दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है.

6. लाल किताब के अनुसार, व्यक्ति की कुंडली में जो ग्रह कमज़ोर है, उस ग्रह से संबंधित चीजें ही खानी चाहिए.

7. बिस्तर पर बैठकर खाने से धन-अन्न की कमी होने लगती है. ऐसे में बेड पर बैठकर कभी भी आपको भोजन नहीं करना चाहिए. खाना हमेशा किचन में बैठकर खाना चाहिए. इससे राहु शुभ फल देते हैं.

8. भोजन करते समय बीच में ही लघुशंका या दीर्घशंका के लिए नहीं जाना चाहिए. खाना खाते समय कभी भी भोजन की निंदा न करें. ये ना बोलें कि खराब भोजन बना है, स्वाद नहीं आदि. भोजन को ईश्वर का प्रसाद समझकर ग्रहण करना चाहिए. ऐसा करने से सेहत सही बनी रहती है. माता अन्नपूर्णा की कृपा प्राप्त होती है.

9. भोजन करने से पहले भोजन मंत्र को जरूर पढ़ें. मान्यता है कि इसके जाप से देवी-देवता और अन्न देवता की कृपा हमेशा घर और परिवार के ऊपर बनी रहती है.

ब्रह्मार्पणं ब्रह्महविर्ब्रह्माग्नौ ब्रह्मणा हुतम्।
ब्रह्मैव तेन गन्तव्यं ब्रह्मकर्म समाधिना।।

ॐ सह नाववतु।
सह नौ भुनक्तु।
सह वीर्यं करवावहै।
तेजस्विनावधीतमस्तु।
मा विद्विषावहै॥
ॐ शान्ति: शान्ति: शान्ति:॥

Tags: Astrology, Dharma Aastha, Religion


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