Israel और Hamas की लड़ाई 7 महीने से चल री है, जिसका सबसे ज्यादा खामियाजा Gaza को हुआ है. वहां 3,70,000 मकान बुरी तरह डैमेज हो चुके हैं. इनमें 79,000 पूरी तरह से ध्वस्त हैं. संयुक्त राष्ट्र (UN) ने एक रिपोर्ट जारी की है, जिसमें अनुमान जताया गया है कि अगर आज लड़ाई रुक जाती है तो गाजा को बसाने और आबाद करने में 16 साल लग जाएंगे. बता दें कि मकानों को सबसे ज्यादा नुकसान बमबारी से हुआ है.
अमेरिका ने युद्ध रोकने का बनाया दबाव
अमेरिका ने Israel पर आपदा राहत बढ़ाने का दबाव बनाया है. बुधवार को इजराइल ने गाजा पट्टी के उत्तरी द्वार को खोल दिया है, जो लड़ाई शुरू होने के बाद से सील था. अमरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन अब तक 7 बार इजराइल का दौरा कर चुके हैं. उन्होंने दोनों देशों के बीच सीज फायर की डील के लिए दबाव बनाया है. इस समझौते के बाद हमास बंदियों को रिहा कर देगा और लड़ाई रुक जाएगी. साथ ही गाजा में खाने, दवाई और पानी की सप्लाई भी होने लगेगी. फलस्तीन के बंधकों के भी रिहा होने की उम्मीद जगी है.
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7 अक्टूबर को हुआ था इजराइल पर हमला
7 अक्टूबर को फलस्तीन के आतंकियों ने इजराइल के दक्षिणी इलाके पर हमला कर दिया था. इस हमले में 1200 लोग मारे गए थे. इनमें ज्यादातर नागरिक थे. साथ ही 250 लोगों को बंधक बना लिया था. इजराइल का कहना है कि 100 बंधक अब भी आतंकियों के कब्जे में हैं. साथ ही उन्होंने 30 मृतकों के शव अपने पास रखे हुए हैं.
गाजा में अब तक 34,500 फलस्तीनी मारे गए
स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि गाजा में अब तक 34,500 फलस्तीनी मारे गए हैं. इस लड़ाई से गाजा की 80 फीसदी जनता अपना घर-द्वार खो बैठी है. गाजा की जनसंख्या 23 लाख है.