Hundustan Zinc: वेदांता ग्रुप की मेटल कंपनी हिंदुस्तान जिंक के शेयर स्टॉक मार्केट में जोरदार तरीके से मल्टीबैगर रिटर्न दे रहे हैं. खबर है कि शनिवार के विशेष कारोबारी सत्र में इसके शेयर में 6.24 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई थी. विशेष कारोबारी सत्र में इसके शेयर 619.70 रुपये के स्तर पर बंद हुए थे. उम्मीद यह भी की जा रही है कि मंगलवार को बाजार खुलने के बाद इनमें तेजी बरकरार रह सकती है. खास बात यह है कि हिंदुस्तान जिंक का शेयर पिछले 50 दिनों में 100 फीसदी से भी अधिक मल्टीबैगर रिटर्न दे चुका है.
सिर्फ 50 दिन में 100 फीसदी से अधिक मल्टीबैगर रिटर्न
मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, करीब 2,52,124 करोड़ रुपये के बाजार पूंजीकरण वाली मेटल कंपनी हिंदुस्तान जिंक के शेयर ने 52 सप्ताह में अपना नया रिकॉर्ड कायम किया है. इसके पीछे अहम कारण चौथी तिमाही के नतीजे, कंपनी का मजबूत वित्तीय प्रदर्शन और रिकॉर्ड उत्पादन के आंकड़े हैं. इनके प्रभाव से कंपनी के शेयर ने सिर्फ 50 दिनों में करीब 100 फीसदी से अधिक मल्टीबैगर रिटर्न दिया है.
तीसरी तिमाही में 3 फीसदी बढ़ा राजस्व
मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, दिसंबर 2023 को समाप्त हुई वित्त वर्ष 2023-24 की तीसरी तिमाही में हिंदुस्तान जिंक का राजस्व 7,067 करोड़ रुपये से करीब 3 फीसदी बढ़कर 7,285 करोड़ रुपये तक पहुंच गया. इसके अलावा, तीसरी तिमाही में ही कंपनी का शुद्ध लाभ में 1 फीसदी तक बढ़ोतरी दर्ज की गई. इस दौरान इसका शुद्ध लाभ 2,028 करोड़ रुपये से बढ़कर 2038 करोड़ रुपये तक पहुंच गया.
कंपनी ने किया रिकॉर्ड उत्पादन
रिपोर्ट में बताया गया है कि हिंदुस्तान जिंक ने तीसरी तिमाही में रिफाइन मेटल का रिकॉर्ड 273 किलोटन का उत्पादन किया है. यह पिछली तिमाही के आधार पर 6 फीसदी और सालाना आधार पर 1 फीसदी अधिक है. इसके अलावा, उत्पादन स्तर पर प्रबंधन का परिचालन और वित्तीय रणनीति के मुताबिक वित्त वर्ष 2024 में चांदी में सबसे अधिक मात्रा दर्ज की गई, जो सालाना आधार पर 5 फीसदी की बढ़ोतरी है. इसके साथ ही, कंपनी ने वित्त वर्ष 2023-24 के लिए 1079 किलोटन तक सबसे बेहतरीन माइनिंग मेटल का उत्पादन किया है, जो पिछले साल की तुलना में 2 फीसदी की बढ़ोतरी को बताता है.
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1966 में स्थापित हुई थी हिंदुस्तान जिंक
वेदांता ग्रुप की हिंदुस्तान जिंक की स्थापना साल 1966 में की गई थी. तब से लेकर अब तक यह दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी जिंक उत्पादक कंपनी बन गई है, जबकि चांदी का उत्पादन करने वाली दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी कंपनी है. इसका बाजार पूंजीकरण 2,52,124 करोड़ रुपये का है और भारत के जिंक बाजार में इसकी 75 फीसदी हिस्सेदारी है.
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