Sunday, October 20, 2024
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कब है हरियाली तीज? अखंड सौभाग्य के लिए किस दिन रखें व्रत? जानें तारीख, मुहूर्त, शुभ योग

अखंड सौभाग्य का पावन व्रत हरियाली तीज सावन माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को होती है. इस दिन सुहागन महिलाएं निर्जला व्रत रखती हैं, ताकि उनका दांपत्य जीवन खुशहाल हो और पति की आयु लंबी हो, वो निरोगी हो. इस व्रत में अखंड सौभाग्यवती माता पार्वती और भगवान शिव की पूजा होती है. माता पार्वती को तीज माता भी कहते हैं. तिरुपति के ज्योतिषाचार्य डॉ. कृष्ण कुमार भार्गव से जानते हैं कि इस साल हरियाली तीज कब है? हरियाली तीज की पूजा का शुभ मुहूर्त क्या है?

किस दिन है हरियाली तीज 2024?
वैदिक पंचांग के अनुसार, इस साल श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि 6 अगस्त दिन मंगलवार को शाम 07 बजकर 52 मिनट से प्रारंभ होगी और यह अगले दिन 7 अगस्त बुधवार को रात 10 बजकर 05 मिनट तक मान्य रहेगी. उदयातिथि के आधार पर देखा जाए तो इस साल हरियाली तीज 7 अगस्त को मनाई जाएगी. उस दिन व्रत रखा जाएगा.

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हरियाली तीज 2024 मुहूर्त
7 अगस्त को हरियाली तीज के दिन ब्रह्म मुहूर्त 04:21 ए एम से 05:03 ए एम तक है. सूर्योदय से पूर्व मीठाई, फल आदि खाते हैं और उसके बाद से व्रत रखते हैं. उस दिन सूर्योदय 05:46 ए एम पर होगा. हरियाली तीज के दिन व्रती महिलाएं 05:46 ए एम से 09:06 ए एम के बीच, 10:46 ए एम से 12:27 पी एम और 03:47 पी एम से 07:07 पी एम के बीच पूजा पाठ कर सकती हैं.

रवि योग में है हरियाली तीज
इस साल हरियाली तीज के दिन रवि योग बन रहा है. रवि योग रात में 8 बजकर 30 मिनट से अगले दिन सुबह 5 बजकर 47 मिनट तक है. वहीं परिघ योग प्रात:काल से लेकर 11:42 एएम तक है, उसके बाद से शिव योग होगा. उस दिन पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र प्रात:काल से लेकर रात 8:30 पी एम तक है.

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कहां-कहां मनाई जाती है हरियाली तीज?
हरियाली तीज उत्तर भारत के राज्यों जैसे उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, मध्य प्रदेश और राजस्थान में मनाई जाती है.

हरियाली तीज का महत्व
हरियाली तीज का व्रत विवाहित महिलाएं रखती हैं, उनके अलावा वे युवतियां जिनका विवाह तय हो चुका है या फिर जो सुयोग्य जीवनसाथी की कामना करती हैं. यह कठिन व्रतों में से एक है. तृतीया के सूर्योदय से चतुर्थी के सूर्योदय तक बिना अन्न और जल के व्रत रखा जाता है. हरियाली तीज का व्रत रखने से अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होती है, जीवनसाथी दीर्घायु होता है. शिव और पार्वती जी की कृपा से मनचाहस जीवनसाथी भी प्राप्त होता है.

Tags: Dharma Aastha, Lord Shiva, Religion


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