Guru Nakshatra Gochar 2024: ज्योतिषशास्त्र में वृहस्पति का नक्षत्र परिवर्तन करे या राशि का परिवर्तन करे इनके गोचर बहुत ही प्रभावी माना जाता है.नवग्रह में इनको देव गुरु का स्थान प्राप्त है गुरु एक राशि में लगभग 13 महीना विराजमान रहते है. देवगुरु होने के कारण इनमे विद्वता, तेज, प्रतिभा एवं ज्ञान प्राप्त है.अगर किसी के जन्म कुंडली में वृहस्पति शुभ स्थान में नहीं हो व्यक्ति के जीवन में कष्ट मिलता है अगर कुंडली में गुरु प्रतिकूल स्तिथि में हो वयोक्ति समाज में मान सम्मान प्राप्त होता है.
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार वृहस्पति मीन तथा धनु राशि के स्वामी है. इस समय गुरु शुक्र की अधिपति राशि वृष राशि में है गुरु राशि के साथ अपना नक्षत्र परिवर्तन करते है.इस समय देव गुरु वृहस्पति मृगशिरा नक्षत्र में है लेकिन नवंबर माह में नक्षत्र परिवर्तन करके रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करेगे.गुरु के नक्षत्र परिवर्तन करने से कुंडली के बारह राशियों में किसी को नकारत्मक तथा किसी को सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा.लेकिन गुरु के नक्षत्र परिवर्तन से विशेषकर यह चार राशियों को खूब उन्नति होगा.
कब करेंगे देवगुरु वृहस्पति नक्षत्र परिवर्तन ?
28 नवम्बर 2024 दोपहर 01 बजकर 15 मिनट पर मृगशिरा नक्षत्र से निकलकर रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करेगे. इस राशि में 10 अप्रैल 2025 तक रहेंगे 27 राशियों के चक्र में यह तीसरा राशि है इस नक्षत्र का स्वामी चंद्रमा है.चन्द्रमा और गुरु की युति बहुत ही प्रभावी होता है.
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आइए जानते है देवगुरु वृहस्पति के नक्षत्र परिवर्तन से किन चार राशियों को लाभ मिलेगा
वृष राशि को मान -सम्मान खूब मिलेगा
वृष राशि वाले को वृहस्पति का का नक्षत्र परिवर्तन करने से बहुत ही उत्तम लाभ होगा क्योंकी वृष राशि के स्वामी शुक्र है चन्द्रमा की नक्षत्र में वृहस्पति का होना बहुत ही प्रभावकारी होगा. गुरु के नक्षत्र परिवर्तन करने क बाद नौकरी में उन्नति होगा,पद प्रतिष्ठा का लाभ होगा,आय के स्त्रोत मजबूत होंगे,समाज में आपका मान -सम्मान खूब मिलेगा ,आपके बात से लोग प्राभावित होंगे रुका हुआ कार्य पूर्ण होगा.जमीनी विवाद दूर होगा.प्रेम सम्बन्ध में सुधर होगा,संभवत प्रेम विवाह हो सकता है.
कर्क राशि के कार्य करने में उर्जा बनेगी
कर्क राशि वाले को गुरु के नक्षत्र परिवर्तन करने के बाद बहुत ही उत्तम रहने वाला है रोहिणी नक्षत्र के स्वामी चंद्रमा है. कर्क राशि में गुरु छठे और नवम भाव के स्वामी होकर एकादश भाव में है जिसे आय ठीक रहेगा. पुराना पैसा रुका हुआ था वह मिलेगा.कार्य क्षेत्र में लाभ होगा. कार्य करने में उर्जा बनेगी.विधार्थियों के लिए इस समय अच्छा सफलता मिलेगा. प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी कर रहे है उनको सफलता मिलेगा.व्यापार ठीक चलेगा ,प्रेमी के साथ विवाद बना हुआ था रिश्ता में मधुरता बनेगी.प्रेम विवाह हो सकता है.
वृश्चिक राशि को धन का प्राप्ति होगी
वृश्चिक राशि वाले को गुरु के नक्षत्र परिवर्तन करने से इस राशि को भरपूर लाभ मिलेगा.वृश्चिक राशि में वृहस्पति दुसरे तथा पांचवे भाव के स्वामी है. इस समय सातवे भाव में गोचर कर रहे है.इस राशि वाले को धन संपति को लेकर उत्तम सुख प्राप्त होगा.व्यापार में परेशानी बना हुआ था दूर होगा अच्छा धन का प्राप्ति होगी.नए व्यापार के लिए उत्तम होगा आकस्मिक धन प्राप्त होगी. नौकरी करने वाले को अधिकारी के साथ तालमेल ठीक बनेगा.वेतन में वृद्धि होगा.
मीन राशि वालों की नौकरी में उन्नति होगी
मीन राशि वाले को गुरु के नक्षत्र परिवर्तन करने से इस राशि को लाभ मिलेगा.मीन राशि में वृहस्पति पहले तथा दशम भाव के स्वामी है इस समय तीसरे भाव में विराजमान है.भौतिक सुख सुविधा का लाभ होगा. विधार्थियों को अच्छा रहने वाला है सहपाठी सहयोग करेगे .करियर में परिवार का सहयोग मिलेगा. नौकरी में उन्नति होगी, परिवार के सदस्यो के साथ धार्मिक यात्रा बनेगी. साहस में वृद्धि होगा.
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ज्योतिषाचार्य संजीत कुमार मिश्रा
ज्योतिष वास्तु एवं रत्न विशेषज्ञ
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