Gold-Silver Price: अंतरराष्ट्रीय बाजार में मजबूत रुख की वजह से दिल्ली के सर्राफा बाजार में शुक्रवार को सोना 100 रुपये की तेजी के साथ 73,410 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ. पिछले कारोबारी सत्र में सोना 73,310 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था. चांदी की कीमत भी 870 रुपये बढ़कर 94,270 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई. पिछले सत्र में यह 93,400 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थी.
दिल्ली में सोना महंगा
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के शोध विश्लेषक दिलीप परमार ने कहा कि दिल्ली के बाजारों में 24 कैरेट हाजिर सोने की कीमतें 73,410 रुपये प्रति 10 ग्राम पर रहीं, जो पिछले बंद भाव से 100 रुपये अधिक है. वैश्विक बाजारों में कॉमेक्स में हाजिर सोना 2,373 डॉलर प्रति औंस पर रहा, जो पिछले बंद भाव से 10 डॉलर अधिक है. चांदी भी बढ़त के साथ 30.93 डॉलर प्रति औंस पर रही. पिछले सत्र में यह 30.55 डॉलर प्रति औंस पर बंद हुई थी.
सोना की वायदा कीमतों में गिरावट
कमजोर हाजिर मांग के बीच सटोरियों ने अपने सौदों के आकार को घटा दिया, जिससे वायदा कारोबार में सोमवार को सोने की कीमत 186 रुपये की गिरावट के साथ 72,865 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गई. मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) में अगस्त माह में आपूर्ति वाले अनुबंध का भाव 186 रुपये यानी 0.25 प्रतिशत की गिरावट के साथ 72,865 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गया. इसमें 13,670 लॉट का कारोबार हुआ. वैश्विक स्तर पर न्यूयॉर्क में सोना 0.38 प्रतिशत की गिरावट के साथ 2,388.50 डॉलर प्रति औंस रह गया. बाजार विश्लेषकों ने कहा कि वैश्विक बाजारों में कमजोरी के रुख के कारण सोना वायदा कीमतों में गिरावट आई.
ये भी पढ़ें: आरबीआई के एक्शन पर Paytm के संस्थापक का छलका दर्द, बोले- सबक मिला
वायदा बाजार में चांदी पड़ी फीकी
कमजोर हाजिर मांग के बीच कारोबारियों की ओर से अपने सौदों का आकार घटाने से सोमवार को वायदा कारोबार में चांदी की कीमत रुपये की गिरावट के साथ 93,075 रुपये प्रति किलोग्राम रह गई. एमसीएक्स में चांदी के सितंबर महीने में डिलीवरी वाले अनुबंध की कीमत 479 रुपये यानी 0.51 प्रतिशत की गिरावट के साथ 93,075 रुपये प्रति किलोग्राम रह गया। इसमें 22,772 लॉट का कारोबार हुआ. वैश्विक स्तर पर न्यूयॉर्क में चांदी की कीमत 1.53 प्रतिशत की हानि के साथ 31.21 डॉलर प्रति औंस रह गई.
ये भी पढ़ें: Hathras Stampede: एसआईटी ने सौंपी 300 पन्नों की रिपोर्ट, आयोजन समिति और प्रशासन पर उठ रहे सवाल