IPO: बेंगलुरु बेस्ड बीमा क्षेत्र की नामी-गिरामी कंपनी गो डिजिट जनरल इंश्योरेंस का आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) 15 मई 2024 को खुलेगा और 17 मई 2024 को बंद होगा. कंपनी ने इसका प्राइस बैंड 258-272 प्रति शेयर तय किया है. कंपनी के इस आईपीओ में निवेशक कम से कम 55 इक्विटी शेयरों के लिए बोली लगा सकते हैं. इसके बाद बाद 55 इक्विटी शेयरों के मल्टीपल यानी गुणक में बोली लगाई जा सकती है. इसमें 10 प्रति इक्विटी शेयर की फेस वैल्यू वाला यह ऑफर फ्रेश इश्यू और ओएफएस यानी ऑफर फॉर सेल का मिक्स है. इस ऑफर में 1,125 करोड़ रुपए के फ्रेश शेयर जारी किए जा रहे हैं. वहीं, प्रमोटर्स और अन्य शेयरहोल्डर्स 5.47 करोड़ शेयर बेचकर अपनी हिस्सेदारी कम करेंगे.
भारत में सबसे बड़ा डिजिटल फुल-स्टैक इंश्योरेंस कंपनी
बताते चलें कि बेंगलुरु स्थित गो डिजिट जनरल इंश्योरेंस लिमिटेड लीडिंग फुल-स्टैक इंश्योरेंस कंपनियों में से एक है. इंश्योरेंस वेटरन कामेश गोयल ने 2017 में इसे स्थापित किया था. गो डिजिट के पास एंड-टू-एंड डिजिटल क्षमता और ग्राहकों की इंश्योरेंस वैल्यू चेन में डिजिटल-फर्स्ट अप्रोच है. रेडसीर की रिपोर्ट के अनुसार, 31 दिसंबर, 2023 को समाप्त 9 महीनों में कंपनी ने डिजिटल फुल-स्टैक इंश्योरेंस प्लेयर्स के रिटर्न ग्रॉस रिटर्न प्रीमियम (GWP) का लगभग 82.5 फीसदी (66.80 बिलियन रुपये के बराबर) केटर किया. वहीं, वित्त वर्ष 2023 के लिए ये लगभग 82.1 फीसदी (72.43 बिलियन रुपये के बराबर) रहा. इन डिजिटल फुल-स्टैक इंश्योरेंस प्लेयर्स में एको और नवी शामिल हैं. ग्रॉस रिटर्न प्रीमियम यानी GWP के आधार पर ये गो डिजिट को भारत में सबसे बड़ा डिजिटल फुल-स्टैक इंश्योरेंस प्लेयर बनाता है.
कई बीमा पॉलिसी का लाभ उठा रहे 4.32 करोड़ ग्राहक
कंपनी ग्राहकों की जरूरतों के अनुसार, कंपनी मोटर इंश्योरेंस, हेल्थ इंश्योरेंस, ट्रैवल इंश्योरेंस, प्रॉपर्टी इंश्योरेंस, मरीन इंश्योरेंस, लायबिलिटी इंश्योरेंस और अन्य इंश्योरेंस प्रोडक्ट ऑफर करती है. 31 दिसंबर, 2023 को समाप्त नौ महीनों के लिए मोटर इंश्योरेंस ने ग्रॉस रिटर्न प्रीमियम में 61.1 फीसदी का योगदान दिया. 2017 में अपने इंश्योरेंस ऑपरेशन की शुरुआत के बाद से कंपनी की ओर से 31 दिसंबर, 2023 तक जारी की गई विभिन्न पॉलिसीज के जरिए 4.32 करोड़ ग्राहक बीमा लाभ उठा रहे थे.
कर्मचारी के लिए गो डिजिट का ग्रॉस रिटर्न प्रीमियम सबसे अधिक
रेडसीर की रिपोर्ट के अनुसार, 31 दिसंबर, 2023 और वित्त वर्ष 2023 को समाप्त नौ महीनों में से प्रत्येक के लिए प्रति कर्मचारी गो डिजिट का ग्रॉस रिटर्न प्रीमियम भारत में नॉन-लाइफ इंश्योरेंस कंपनियों के लिए प्रति कर्मचारी औसत ग्रॉस रिटर्न प्रीमियम की तुलना में सबसे अधिक है. ये भारत की अन्य जनरल इंश्योरेंस कंपनियों की तुलना में गो डिजिट की बेहतर परिचालन दक्षता प्रदर्शित करता है. गो डिजिट ने सभी व्यावसायिक क्षेत्रों में 74 एक्टिव प्रोडक्ट लॉन्च किए.
क्या है गो डिजिट की बाजार हिस्सेदारी
इसके साथ ही, 31 दिसंबर, 2023 और वित्त वर्ष 2023 को समाप्त हुए नौ महीनों में भारत में सबसे बड़े नॉन-लाइफ इंश्योरेंस सेंगमेंट में से एक मोटर इंश्योरेंस सेगमेंट में इसकी बाजार हिस्सेदारी क्रमशः लगभग 6.0 फीसदी और 5.4 फीसदी थी. कंपनी के पास ग्रोथ डिलीवर करने का एक स्थापित ट्रैक रिकॉर्ड है. वित्त वर्ष 2022 में ग्रॉस रिटर्न प्रीमियम 5,267.63 करोड़ रुपये था, जो वित्त वर्ष 2023 में बढ़कर 7,242.99 करोड़ रुपये हो गया. कंपनी की 37.5 फीसदी की ये बढ़ोतरी मुख्य रूप से मोटर इंश्योरेंस, हेल्थ इंश्योरेंस और पर्सनल एक्सिडेंट इंश्योरेंस की जीडीपीआई में बढ़ोतरी के कारण मिली.
कंपनी ने कितनी जारी की पॉलिसियां
कंपनी ने आईआरडीएआई लेवल के मिनिमम सॉल्वेंसी रेश्यो गाइडेंस 1.50 गुना की तुलना में 31 मार्च, 2023 और 31 दिसंबर, 2023 तक क्रमशः 1.78 गुना और 1.60 गुना के सॉल्वेंसी रेश्यो के साथ पर्याप्त पूंजी की स्थिति बनाए रखी है. वित्त वर्ष 2023 के लिए जारी की गई पॉलिसियां वित्त वर्ष 2022 में 7.76 मिलियन के मुकाबले 10.63 मिलियन थीं. 31 दिसंबर, 2023 को समाप्त नौ महीनों के लिए, जारी की गई पॉलिसियां 8.46 मिलियन थीं. कंपनी का एयूएम वित्त वर्ष 2022 में 9,393.87 करोड़ रुपए से बढ़कर वित्त वर्ष 2023 में 12,668.36 करोड़ रुपए हो गया, जो 34.9 फीसदी की बढ़ोतरी है. ये बढ़ोतरी मुख्य रूप से ग्रॉस रिटर्न प्रीमियम और शेयर जारी करने से अतिरिक्त पूंजी निवेश के कारण हुई है.
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गो डिजिट का एयूएम 14,909.01 करोड़ रुपये
31 दिसंबर, 2023 को समाप्त नौ महीनों के लिए एयूएम 14,909.01 करोड़ था. इसकी जीडीपीआई वित्त वर्ष 2022 में 4,673.94 करोड़ रुपये से बढ़कर वित्त वर्ष 2023 में 6,160.01 करोड़ रुपये हो गया, जो 31.8 फीसदी की बढ़ोतरी है. 31 दिसंबर, 2023 को समाप्त नौ महीनों के लिए जीडीपीआई 5,970.53 करोड़ रुपये था. ऑफर बुक बिल्डिंग प्रोसेस के माध्यम से किया जा रहा है, जिसमें कम से कम 75 फीसदी ऑफर योग्य संस्थागत खरीदारों को आवंटित किया जाएगा और 15 फीसदी ऑफर गैर-संस्थागत बिडर्स के लिए आनुपातिक आधार पर आवंटन के लिए उपलब्ध होगा. रिटेल इंडिविजुअल बिडर्स को आवंटन के लिए ऑफर का 10% से अधिक उपलब्ध नहीं होगा.
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कौन हैं इसके प्रस्तावक
आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज लिमिटेड, मॉर्गन स्टेनली इंडिया कंपनी प्राइवेट लिमिटेड, एक्सिस कैपिटल लिमिटेड, एचडीएफसी बैंक लिमिटेड, आईआईएफएल सिक्योरिटीज लिमिटेड और नुवामा वेल्थ मैनेजमेंट लिमिटेड और लिंक इनटाइम इंडिया प्राइवेट लिमिटेड ऑफर के रजिस्ट्रार हैं. इक्विटी शेयरों को बीएसई और एनएसई पर लिस्ट करने का प्रस्ताव है.